सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद से हटाने के बाद कांग्रेस ने उनके पार्टी में वापस लौटने की उम्मीद रखी है। सोमवार-मंगलवार को विधायक दल की बैठक में उनका इंतजार किया। बुधवार को भी कांग्रेस ने उनके पार्टी में लौट आने की बात की। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बुधवार को कहा कि भाजपा का राजस्थान सरकार गिराने का प्रयास औंधे मुंह गिर गया है। बीते दिनों में हमने सचिन पायलट को अपनी बात रखने को कहा। कल भारी मन से उनके खिलाफ कार्रवाई की। आज मीडिया के जरिए उनके बयान की जानकारी मिली। वे कह रहे हैं कि भाजपा में नहीं जाएंगे। हम कहना चाहते हैं कि वे हरियाणा सरकार की मेजबानी छोड़ें। परिवार में लौट आएं। साथ में बैठें और अपनी बात रखें।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को सचिन पायलट का नाम लिए बिना उन पर हमला किया। उन्होंने कहा कि आज 40 साल राजनीति करते हुए हो गए हैं। नई पीढ़ी जो आई है। हम उनको प्यार करते हैं। आने वाला कल उनका है। मैंने एक दिन कहा था कि देश के अंदर 40 साल पहले की जो लीडरशिप है, उसकी खूब रगड़ाई हुई थी। यही वजह है कि 40 साल के बाद भी हम जिंदा हैं। कोई पीसीसी प्रेसीडेंट, कोई चीफ मिनिस्टर, कोई महामंत्री और कोई केंद्रीय मंत्री बना। ये नई पीढ़ी जो आई है। वह बोलती है कि हम उन्हें पसंद नहीं करते हैं। ये बात गलत है। राहुल गांधी पसंद करते हैं, सोनिया गांधी पसंद करती हैं। अशोक गहलोत पसंद करता है।
‘इनकी रगड़ाई होती तो ये अच्छे ढंग से काम करते’
उन्होंने कहा कि सबूत है कि जब हमारी मीटिंग होती है तो मैं यूथ कांग्रेस के लिए लड़ाई लड़ता हूं। इनकी रगड़ाई नहीं हो पाई तो ये समझ नहीं पा रहे। आज केंद्रीय मंत्री बन गए, पीसीसी अध्यक्ष बन गए। अगर इनकी ढंग से रगड़ाई हुई होती तो ये और अच्छे ढंग से काम करते। मैंने ये भी कहा कि आज ये लोग हमसे अच्छा काम कर सकते हैं। हमारे जमाने में कोई कम्युनिकेशन नहीं था। आज आईटी आ गया है, मोबाइल है, मीडिया है। देश का भविष्य इन पर निर्भर करता है। अगर ये खुद ही हॉर्स ट्रेडिंग का हिस्सा बनेंगे, उसे पसंद करेंगे और प्रमोट करेंगे नई पीढ़ी के लोग तो देश को बर्बाद नहीं करेंगे क्या?
बागी विधायकों से स्पीकर ने शुक्रवार तक जवाब मांगा
विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने बुधवार को कांग्रेस की शिकायत पर पायलट समेत 19 असंतुष्ट विधायकों को नोटिस जारी किया है। उनसे शुक्रवार तक जवाब मांगा गया है। नोटिस में पूछा गया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों और कांग्रेस विधायकों की दो बैठकों में शामिल नहीं होने पर उन्हें अयोग्य क्यों नहीं ठहराया जाना चाहिए? राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि पायलट समेत 19 मेंबर्स अगर दो दिन में जवाब नहीं देते हैं तो यह माना जाएगा कि वे कांग्रेस विधायक दल से अपनी सदस्यता छोड़ रहे हैं।
कांग्रेस कहना है कि पार्टी व्हिप को नहीं मानने पर पायलट और दो मंत्रियों पर कार्रवाई की गई। रात 12 बजे बाद विधायकों के वॉट्सऐप पर नोटिस भेजे गए। बाद में उनके घर पर नोटिस चिपकाए गए।
इन विधायकों को नोटिस भेजा गया
सचिन पायलट, रमेश मीणा, इंद्राज गुर्जर, गजराज खटाना, राकेश पारीक, मुरारी मीणा, पीआर. मीणा, सुरेश मोदी, भंवर लाल शर्मा, वेदप्रकाश सोलंकी, मुकेश भाकर, रामनिवास गावड़िया, हरीश मीणा, बृजेन्द्र ओला, हेमाराम चौधरी, विश्वेन्द्र सिंह, अमर सिंह, दीपेंद्र सिंह और गजेंद्र शक्तावत।