कोरबा/ भोपाल(खटपट न्यूज़)। मध्य प्रदेश कैडर के सीनियर आईपीएस अधिकारी राजा बाबू सिंह अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक भोपाल अब प्रतिनियुक्ति पर बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स पर अपनी सेवाएं देंगे।
बांदा जिले के एक छोटे से गांव पचनेही के किसान परिवार में जन्मे श्री सिंह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने पचनेही गांव से ही पूरी की हुआ. इसके बाद इंटीग्रेटेड रूलर टैलेंट हंट परीक्षा पास करके 12वीं तक की शिक्षा जीआईसी झांसी से पूरी की . तदुपरांत BA और MA दर्शनशास्त्र से इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पूरी की और दर्शन शास्त्र विषय का गहन अध्ययन किया और उसके तुरंत बाद NET JRF परीक्षा उत्तीर्ण की और स्कॉलरशिप लेकर अपनी पढ़ाई जारी रखी. यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सर्विसेज
परीक्षा बिना किसी कोचिंग आदि की सहायता से तीसरे प्रयास पर पास करके आईपीएस ज्वाइन किया . अपनी पुलिस प्रशिक्षण राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद पूरी करते ही श्री सिंह को पहली पोस्टिंग एसपी रायपुर के रूप में मिली इसके बाद इन्होंने अपनी सेवाएं ASP बालाघाट ASP जबलपुर एडिशनल सिटी एसपी जबलपुर, एसपी कोरबा, रायगढ़, सतना और सहायक महानिरीक्षक , प्रशासन के पद पर भोपाल पुलिस मुख्यालय में अपनी सेवाएं दी. इसके उपरांत एसपी भिंड कमांडेंट 1st बटालियन SAF इंदौर, एसपी छिंदवाड़ा मैं अपनी सेवाएं दी इसके बाद पुलिस उपमहानिरीक्षक पदोन्नति लेकर शहडोल रेंज पर अपनी सेवाएं दी वहीं से भारत सरकार द्वारा आईटीबीपी पर प्रतिनियुक्त पर भेज दिया गया जहां पर पहली पोस्टिंग सेक्टर कमांडर अरुणाचल प्रदेश में मिली और 1 साल तक अपनी सेवाएं दी। इसके बाद आइटीबीपी बल मुख्यालय लोधी रोड दिल्ली में अपनी सेवाएं दी. आइटीबीपी से प्रतिनियुक्ति वापसी पर पुलिस महा निरीक्षक पद पर आईएसएएफ जबलपुर , आईजी ग्वालियर मैं अपनी सेवाएं दी .आईजी ग्वालियर रेंज पर दी गई सेवाओं के लिए आज भी लोग याद करते हैं. 2 अक्टूबर 2019 को श्री सिंह को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पर पदोन्नत किया गया. एडीजी राजा बाबू सिंह हमेशा ही अपनी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के लिए जाने जाते हैं . इसके लिए इन्हें विभिन्न सेवाओं के लिए पुलिस मेडल से भी नवाजा गया है.
उनका नाम प्रकृति प्रेमी और पर्यावरण पर गहरी दिलचस्पी रखने वालों में जाना जाता है उन्होंने हजारों पेड़ लगाए हैं पुलिस स्टेशन बेहट पर 108 पीपल के वृक्ष लगाकर रिकॉर्ड बनाया है । वह गीता और गांधी के सिद्धांत पर हमेशा काम करते हैं गीता और गांधी के आदर्श उन्होंने बुंदेलखंड में युवाओं तक पहुंचाया है इस उपलक्ष में भागवत गीता की बहुत सारी किताबें ना केवल बुंदेलखंड में बल्कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में वितरित करवाया है उनका मानना है कि बच्चों को सबसे पहले 700 श्लोक भगवत गीता के सिखाया जाना चाहिए. अभी हाल ही में उन्होंने 7 बिंदुओं पर संत समाज को फोकस करने के लिए आग्रह किया है जैसे पानी, पेड़ , पर्यावरण ,स्वच्छता ,महिलाओं का आत्मसम्मान, भागवत गीता और श्रीमद भगवतम जिससे समाज में एक सकारात्मक सोच उत्पन्न होगी और राष्ट्र निर्माण में सहायक होगा इसके साथ ही वह देसी गाय के संरक्षण पर भी जोर दे रहे हैं वह हमेशा ही बहुत सारे सामाजिक कार्य बुंदेलखंड में करते रहते हैं जैसे free मेडिकल कैंप, रामकथा का आयोजन कराना,जल संरक्षण आदि
उनकी नियुक्ति पर पूर्व विधायक तिंदवारी दलजीत सिंह , राजेंद्र सिंह एडवोकेट, जयराम सिंह बछेउरा, ललक सिंह पचनेही, अखिलेश सिंह उप निरीक्षक सी आई एफ एस मुंबई, यस शिवहरे, जितेंद्र सिंह परमार, आदि ने बुंदेलखंड के लाल आईजी राजाबाबू सिंह को केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा आईजी बीएसएफ बनाए जाने पर शुभकामनाएं दी है।