Friday, March 14, 2025
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सहायक शिक्षक को भा रही निगम की बाबूगीरी, मूल शाला में वापस लौटने रुचि नहीं, आरोपों की जांच व निलंबन की मांग

0 राज्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ने सौंपा ज्ञापन
कोरबा ( खटपट न्यूज़)। राज्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष ने सहायक शिक्षक के द्वारा की जा रही अनियमितता और कई तरह के कामकाज को लेकर गंभीर आरोप लगाया है। आरोपों की जांच कर अनुशासनात्मक कार्रवाई एवं निलंबन की मांग की गई है।
इस संबंध में कलेक्टर सहित नगर पालिक निगम आयुक्त, जिला शिक्षा अधिकारी एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी कटघोरा को लिखे पत्र में राज्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष एसएन शिव ने प्राथमिक शाला गेरवाघाट में पदस्थ सहायक शिक्षक जय कुमार राठौर (एलबी) की शिकायत की है।

आरोप है कि जय कुमार द्वारा एकल शिक्षकीय शाला होने के बाद भी अध्यापन कार्य छोड़ लिपिक का कार्य करने अपना संलग्नीकरण नगर पालिक निगम कोरबा की शिक्षक स्थापना शाखा में विगत 4-5 वर्षों से करा लिया गया है और शिक्षकों का आर्थिक शोषण कर रहे हैं। कलेक्टोरेट द्वारा लगभग 2 वर्ष पूर्व सभी विभागों में लिपिक कार्य में संलग्न शिक्षकों को मूल शाला में वापस किया गया था जिसमें श्री राठौर भी शामिल थे, किंतु उक्त आदेश को दरकिनार कर आज पर्यंत निगम कार्यालय में जमे हुए हैं। जानकारी मिली है कि श्री राठौर द्वारा मातृत्व अवकाश स्वीकृति, सेवा पुस्तिका ऑडिट, प्रान नंबर, पुनरीक्षित वेतन निर्धारण में पूर्व पद के सेवाकाल गणना हेतु निम्न पद से उच्च पद में गए शिक्षकों से हाईकोर्ट खर्च के नाम पर वसूली की गई। इनमें हाई स्कूल सुमेधा, जमनीपाली व अन्य, पीड़ित कर्मचारियों का नाम उल्लेख करना उचित नहीं है तथा एरियर्स राशि भुगतान में कमीशन न देने पर आवंटन का अभाव बता कर एरियर्स रोक देना, समयमान वेतनमान का 2016 में देय एरियर्स को कमीशन न देने पर अभी तक रोक कर रखना आदि आर्थिक अनियमितता की शिकायत है। आरोप है कि जिन आवेदनों में उगाही करने की संभावना नहीं दिखती उनको लंबित रखा जाता है जिसकी पुष्टि आवेदनों पर कार्यवाही की स्थिति को देखकर की जा सकती है। व्याख्याता श्रीमती मिनी कुमारी भारद्वाज का समयमान एरियर्स आज पर्यंत लंबित है जबकि उसी समयमान आदेश में शामिल अन्य सहकर्मियों का एरियर्स 2016 में ही भुगतान किया जा चुका है, निगम कार्यालय के दस्तावेज से कथन की सत्यता का परीक्षण कराया जा सकता है।

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