कोरबा, (खटपट न्यूज़)। कोरबा जिलावासियों को रेल सुविधाएं दिलाने के लिए संघर्ष समिति ने पुन: आक्रामक तेवर दिखाए हैं। रेल अधिकारियों से आवश्यक ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ करने पत्र लिखा गया है।
रेल संघर्ष समिति ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर के मंडल रेल प्रबंधक आलोक सहाय को पत्र प्रेषित कर कहा है कि रेलवे द्वारा कोरबा से चलाई जा रही कई यात्री ट्रेनों का संचालन 22 मार्च से कोरोना महामारी को देखते हुए अनियमित/ बंद कर दी गई है पर माह सितंबर से देश के अधिकांश क्षेत्रों में रेल सेवा बहाल कर दी गई है। हसदेव एक्सप्रेस व गेवरारोड-रायपुर-गेवरारोड पैसेंजर सहित अन्य ट्रेनों की बहाली अब तक नहीं होने से कोरबा जिले के नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जनहित से जुड़े इस विषय पर रेल संघर्ष समिति लगातार प्रयत्नशील है। समिति महसूस करती है कि नागरिक सुविधा के प्रति रेलवे शुरू से ही पूर्णत: उदासीनता दिखा रहा है। रेल प्रशासन से कोरबा-रायपुर-कोरबा हसदेव एक्सप्रेस प्रतिदिन चलाने, बीकानेर-कोरबा-बीकानेर द्विसाप्ताहिक एक्सप्रेस व्हाया रिंगस शुरू करने, कोरबा-राउरकेला-कोरबा मेमू फास्ट लोकल प्रतिदिन चलाने व 18238 छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस/18240 शिवनाथ एक्सप्रेस का कोरबा तक विस्तार करने की मांग की गई है। कहा गया है कि मांग पूरी नहीं होने पर दशहरा के दिन 26 अक्टूबर को संघर्ष समिति द्वारा रेलवे प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन व पुतला दहन किया जाएगा। संघर्ष समिति ने कहा है कि लंबे समय तक कोरबा के हितों से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उक्त ज्ञापन की प्रतिलिपि कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, कोतवाली टीआई को भी आवश्यक कार्रवाई हेतु प्रेषित की गई है। ज्ञापन सौंपने के दौरान रामकिशन अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, मोहनलाल पांडेय, आशीष गुप्ता आदि उपस्थित थे।