0 प्रत्याशी फूलसिंह का विरोध के बाद आज संगठन की अहम बैठक
कोरबा(खटपट न्यूज)। विधानसभा चुनाव के लिए रामपुर क्षेत्र से कांग्रेस द्वारा फूल सिंह राठिया को प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद पुरजोर विरोध किया जा रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष से मांग की गई है कि फूल सिंह राठिया का नाम बदल दिया जाए। दूसरी ओर जिस तरह से रामपुर में विरोध के स्वर गंजे हैं, उससे संगठन भी हरकत में आ गया है। संगठन यह मानकर चल रहा है कि अगर बात समय रहते नहीं बनाई गई तो डैमेज कंट्रोल करना मुश्किल होगा और फूल सिंह राठिया की राह कठिन हो सकती है। इसके मद्देनजर डैमेज कंट्रोल करने के लिए आनन-फानन में संगठन की बैठक आज दोपहर 12 बजे रामपुर विधानसभा क्षेत्र में आहूत की गई है इस बैठक में क्या निर्णय लिया जाता है और क्या रणनीति अपनाई जाएगी इस पर भी निगाहें टिकी हुई हैं।

जिला कांग्रेस ग्रामीण महामंत्री प्रमोद राठौर एवं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कोरबा ग्रामीण अध्यक्ष अजीत दास महंत ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर रामपुर विधानसभा क्षेत्र के समस्त कांग्रेस पदाधिकारियों, जिला पंचायत सदस्यों, जनपद पंचायत करतला एवं कोरबा कांग्रेस पक्ष के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित करते हुए सूचित किया है कि ग्राम भैंसमा स्थित पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष एवं जनपद अध्यक्ष सरमन सिंह कंवर के निवास स्थान में 20-10-2023 शुक्रवार को दोपहर 12 बजे जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ग्रामीण सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित किया है। बैठक में रामपुर विधानसभा के ब्लॉक एवं जिला के कांग्रेस कमेटी पदाधिकारियों, महिला कांग्रेस, युवक कांग्रेस सहित कांग्रेस संगठन से जुडे़ समस्त प्रकोष्ठो एवं विभागों के पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया है। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अजीत महंत, दौलत राठिया एवं श्रीमती हरकुमारी बिंझवार ने समस्त कांग्रेसजनो से समय पर आवश्यक रूप से बैठक में उपस्थित होने की अपील की है।
0 श्यामलाल के निर्णय का समर्थकों को इंतजार
इधर दूसरी तरफ टिकट से वंचित रह गए पूर्व विधायक श्यामलाल कंवर की नाराजगी कम होने का नाम नहीं ले रही है। वह पूरी तरह से आदर्शवादी बगावत के मूड में हैं। श्यामलाल कंवर किसी भी सूरत में नहीं चाहेंगे कि जिसके कारण पिछले चुनाव में उन्हें व कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा, उसे जीत हासिल हो। श्याम लाल के साथ रज्जाक अली ने भी अपना समर्थन दे दिया है जिससे यह तो स्पष्ट है कि फूलसिंह की राह आसान नहीं होने वाली है। अब श्यामलाल कंवर इस पूरे मामले में क्या कदम उठाएंगे, स्वयं चुनाव लड़ेंगे या किसी को चुनाव लड़ा कर अपना समर्थन देंगे या फिर जो भी रणनीति तैयार की जाएगी, उसका इंतजार उनके समर्थकों को है। यहां बता दें कि पिछले 5 वर्षों में विधायक ना रहते हुए भी श्यामलाल कंवर अपने निर्वाचन क्षेत्र में काफी सक्रिय रहे। विधायक कार्यकाल में अधूरे रह गए कार्यों को उन्होंने बीते 5 वर्षों में पूरा कराने के लिए जिला से लेकर राजधानी रायपुर तक काफी मेहनत मशक्कत की जिसका परिणाम भी सामने आया। वर्षों से सड़क, बिजली, पानी, पुल-पुलिया की समस्याओं से जूझ रहे ग्रामीणों को राहत भी मिली है। अच्छी खासी जमीन तैयार कर लेने के बाद भी श्यामलाल को इस बात का जरा सा भी इल्म न था कि उनके निष्ठा का इस तरह तिरस्कार कर दिया जाएगा। बताते चलें कि विधानसभा चुनाव में नाराजगी के होने वाले उलटफेर का सीधा असर इसके बाद होने वाले लोकसभा चुनाव में पड़ने से इनकार नहीं किया जा सकता, खासकर रामपुर विधानसभा क्षेत्र में।














