CG:रायगढ़ में सट्टे ने ले ली जान ! सड़कों पर उतरा लोगों का गुस्सा,खाईवाल गिरफ्त से दूर…पुलिस का सटोरियों पर जोर नहीं

रायगढ़(खटपट न्यूज़)। शहर के मालधक्का रोड में निवासरत एक युवा व्यवसायी ने फांसी लगा ली। बताया जा रहा है कि युवक काफी दिनों से परेशान था। वह क्रिकेट के सट्टे में लाखों रुपए हार चुका था। सटोरियों द्वारा उसके ऊपर पैसों को लेकर दबाव बनाया जा रहा था। मृतक मयंक की अंतिम यात्रा में शामिल लोगों ने सटोरियों के खिलाफ हाथो में तख्तियां लेकर मुक्तिधाम तक प्रदर्शन किया। लोगों ने कहा कि रायगढ़ में सट्टा खाईवालों और सटोरियों में पुलिस का खौफ नहीं रह गया।

मयंक मित्तल

बुधवार शाम शहर के मालधक्का स्थित युवक व्यवसायी मयंक मित्तल (मिट्ठु) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली जिसके बाद से पूरे शहर में क्रिकेट सटोरियों को लेकर भारी रोष व्याप्त है। कांग्रेस व भाजपा के नेताओ ने भी मयंक की मौत की निष्पक्ष जांच के साथ खाईवालों को गिरफ्तार किये जाने की मांग की हैं।
बताया जा रहा है कि मयंक क्रिकेट सट्टा में बडी़ रकम हारने के कारण की वजह से डिप्रेशन में था और कुछ समय से वह भारी मानसिक तनाव से गुजर रहा था। परिजनो का कहना था की मयंक पर रकम की वसूली के लिये सट्टा खाईवालों का जबर्दस्त दबाव था जिसके कारण कल उसने अपने गोदाम में फांसी लगा कर जान दे दिया। सटोरियों के दबाव की वजह से यह चौथी मौत है जिसमें कर्जदार को आत्महत्या करनी पड़ी है।

समाजसेवी बजरंग लेंध्रा ने एसपी अभिषेक मीणा को ज्ञापन देकर गिरफ्तारी की मांग की हैं। काग्रेंस के आशीष जायसवाल ने युवा साथियों के साथ एसपी से मुलाकात कर मयंक की मौत की निष्पक्ष जांच का ज्ञापन सौपा और दोषी के खिलाफ सख्त कार्यवाही किये जाने की मांग की।
भाजपा जिला अध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि सट्टा-जुआ व शराब एक सामाजिक बुराई है जिसका परित्याग नहीं करना मानसिक तनाव की बड़ी वजह है। पिछले चार साल में आधा दर्जन आत्महत्या के मामले क्रिकेट सट्टा से जुड़े हुये हैं। इस बड़ी समाजिक बुराई को रोकने का अहम दायित्व पुलिस का हैं लेकिन कानून के लंबे हाथ आज तक असल गुनाहगारों तक नहीं पहुंच पा रहे, इसी कारण से लोगों को फांसी लगा कर आत्महत्या करने विवश होना पड़ रहा है।
रायगढ़ के पूर्व विधायक विजय अग्रवाल ने पुलिस को आडे़ हाथो लेते हुये खुला अरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में थानों की नीलामी होती है इसलिये हर कोई सिर्फ कमाई करने का काम कर रहें हैं। पुलिस अच्छे से जानती हें कि कौन सट्टा खेलाता है व किसके कारण लोगों को आत्महत्या करनी पड़ रही है, उसके बाद भी पुलिस कोई कार्यवाही नहीं करती, यह शर्मनाक स्थिती है। मयंक की मौत के जिम्मेदार लोगों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिये ताकि सटोरियों के आंतक से शहर व जिला मुक्त हो सके।

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