कोरबा (खटपट न्यूज)। करतला विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत नवापारा (चैनपुर) में महाविद्यालय की कमी के कारण खासकर गांव की बालिकाएं आगे पढ़ाई नहीं कर पा रही है। इसे लेकर ग्राम जनप्रतिनिधियों ने नवापारा में कॉलेज खोलने की मांग को लेकर जिला कलेक्टर को मांग पत्र सौंपा है।
करतला ब्लॉक के रामपुर सहित नवापारा (चैनपुर) के अलावा आसपास के ग्राम पंचायत चैनपुर, बोतली, खुंटाकुडा, सुअरलोट, घिनारा, नोनदरहा, जोगीपाली, पीड़िया सहित अन्य गांव के सरपंचों ने हस्ताक्षरमय मांग पत्र कलेक्टर, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, आदिवासी विधायक एवं पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर को सौंपते हुए कहा है कि रामपुर क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य इलाका है साथ ही हाथी,एवं जंगली जानवर प्रभावित क्षेत्र हैं।
अन्य महाविद्यालय सुदूर क्षेत्र होने के कारण गरीब अभिभावक अपने बच्चों को पढ़ा पाने में असमर्थ है। विशेषकर महाविद्यालय नहीं होने से क्षेत्र की होनहार बालिकाएं शिक्षा से वंचित हो रही है। ग्राम पंचायत नवापारा में महाविद्यालय खुल जाने से ग्रामीण बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेगें। ग्राम पंचायत द्वारा महाविद्यालय के लिए स्वयं की जमीन भी चिन्हांकित कर ली है। ग्रामवासियों का कहना है कि यदि प्रशासन के पास भूमि उपलब्ध नहीं है तो ग्रामवासियो द्वार निजी भूमि उपलब्ध कराने को तैयार है। रामपुर एवं आसपास के गांव के स्कूलों में हजारों की संख्या में बच्चे नवापारा के अलावा स्थानीय बेहरचुंआ, रामपुर, बोतली व सेंद्रीपाली हायर सेकेण्डरी स्कूल में अध्ययनरत् है। बेहरचुंआ में बच्चों की दर्ज संख्या 346,रामपुर में 402, बोतली में 337, नवापारा में 177 एवं सेन्द्रीपाली में 431 बच्चे दर्ज है। नवापारा में महाविद्यालय के लिए ग्रामीणों ने 13 एकड़ जमीन सुरक्षित रखी है। ग्रामीणों का मानना है कि शासन, प्रशासन यदि मांग को मानता है तो गांव की होनहार बेटियां मुख्यधारा से जुड़ पाएगी।