किसान विरोधी बिल संसद में पारित करना बीजेपी का चाल चरित को दर्शता हैं कि बीजेपी हमेशा किसान विरोधी ताकतों को बढ़ावा देने का काम करती हैं,
केंद्र सरकार द्वारा लाया गया बिल कृषि क्षेत्र में भी प्राइवेट कंपनियों को सक्ति बल देने का काम करने जा रही हैं जिससे कि किसानों के अधिकारो का हनन होगा और बड़ी बड़ी कंपनियों के द्वारा देश के किसानों का शोषण होगा,उनके उत्पादों का उचित मूल्य उन्हें प्राप्त नहीं होगा और बाजार में जमाखोरी एवं कालाबाजारी आने वाले दिनो में इस बिल के मध्यम से बढेंगी।
साथ ही राज्य सरकारों के अधिकारों का हनन भी होगा।नये बिल में किसानों को मिलने वाले MSP को लेकर संदेह की स्थिति उत्पन्न हैं जिसमें सरकार द्वारा गोलमोल जवाब दिया जा रहा हैं
केंद्र सरकार देश की जनता को हमेशा धोका देने का काम करती आई हैं,बड़े बड़े जुमले दे कर बाद में अपने वादों से मुकरने का काम लगातार करती रही हैं,देश के अंदाताओ के साथ हो रहे छल का युवा कांग्रेस पूर्ण रूप से विरोध करती हैं और हर परिस्थिति में देश के किसान भाइयों के साथ उनके संघर्ष में साथ खड़े रहने का वादा करती हैं।और साथ ही यह मांग करती हैं कि इस बिल को वापस लिया जाये।