कोरबा (खटपट न्यूज)। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के प्रदेश मंत्री दिलीप मिरी ने केंद्रीय मंत्री कोयला मंत्रालय को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ राज्य के जिला कोरबा में एसईसीएल मानिकपुर परियोजना के अंतर्गत पूर्व नियोजित ठेका कंपनी एएएचएमईडी को ब्लैक लिस्ट कर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है।
छत्तीसगढ़ राज्य के कोरबा जिले के एसईसीएल मानिकपुर परियोजना में वर्ष 2019-2020 में नियोजित ठेका कंपनी एएएचएमईडी द्वारा कार्य लिया गया था, जो 23 जून 2019 से जुलाई 2020 तक कार्य किया गया, कंपनी के विरुद्ध अनेकों अनियमितताएं की शिकायत वहां के ठेका मजदूरों द्वारा की गई है। उक्त ठेका कंपनी एएएचएमईडी में कार्यरत जगदेव सिंह द्वारा जबरन मजदूरों का बैंक-पासबुक व एटीएम कार्ड रख मजदूरों को निर्धारित मजदूरी दर से कम भुगतान किया गया और कभी भी निर्धारित एचपीसी दर नहीं दिया गया, जिसके विरुद्ध मजदूरों ने लिखित शिकायत दिनांक 18.08.2020 को पुलिस अधीक्षक जिला कोरबा, एसईसीएल प्रबंधन मानिकपुर व चौकी प्रभारी मानिकपुर को किया गया है, जिस पर अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं किया गया न ही कोई कार्यवाही की गई है, साथ ही कंपनी द्वारा सभी ठेका कर्मचारी को मई 2019 से जुलाई 2020 तक का बोनस दिया गया था जिसमें अनेकों कर्मचारियों के खाते में बोनस का पैसा ही नहीं डाला गया है और फर्जी नोटशीट बना के एसईसीएल से पैसा स्वीकृत करा लिया गया, जिसमें एचडीएफसी बैंक, एसईसीएल प्रबंधन व उक्त ठेका कंपनी जिम्मेदार हैं। इसकी गहनता से जांच किया जाए तो भारी फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है। क्रांति सेना के प्रदेश मंत्री दिलीप मिरी ने उक्त कंपनी को सीआईएल (कोल इंडिया लिमिटेड) से ब्लैक लिस्ट करते हुए विधिसम्मत कार्यवाही करने की मांग की है। साथ ही चेतावनी भी दी है कि 15 दिवस के भीतर जांच कर कार्रवाई नहीं की गई तो मजबूरन हमें एसईसीएल मानिकपुर उत्पादन को बंद करना पड़ेगा, जिसकी संपूर्ण जवाबदारी एसईसीएल प्रबंधन और जिला प्रशासन की होगी।