कोरबा (खटपट न्यूज)। पंप हाउस अंग्रेजी माध्यम स्कूल का निरीक्षण करने आए छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला को पंप हाउस वासी पूर्व से संचालित हिंदी विद्यालय को यथावत रखने के लिए एक ज्ञापन सौंपना चाहते थे लेकिन एसडीएम कोरबा ने यह कहते हुए रोक दिया कि कोरोना के कारण प्रमुख सचिव यहां किसी से नहीं मिलेंगे। मिलना है तो कावेरी गेस्ट हाउस जमनी पाली जाओ। इस पर पालक एवं छात्र-छात्राओं द्वारा विरोध किया गया।
एसडीएम स्कूल शिक्षा प्रमुख सचिव से एक आदमी को भी मिलने से इंकार कर दिया । उन्होंने कहा किसी से नहीं मिलने दूंगा। मिलना है तो कावेरी गेस्ट हाउस जाओ। इस पर पालक और छात्रों ने कावेरी गेस्ट हाउस में जाने से इंकार कर दिया तथा ज्ञापन को मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री एवं प्रमुख सचिव को ऑनलाइन एवं डाक से प्रेषित कर दिया तथा प्रेषित कर यह मांग किया है कि यथाशीघ्र पंप हाउस अंग्रेजी स्कूल के साथ हिंदी मीडियम स्कूल को प्रथम पाली या दूसरी पाली में लगाई जाए।
पालकों ने महापौर एवं उनके समर्थकों पर नाराजगी जाहिर किया है कि उन लोगों ने हिंदी विद्यालय यथावत रहेगा कह कर हिंदी पुस्तकों का भी वितरण छात्रों के बीच घर-घर जाकर किया। अब स्थानांतरण प्रमाण पत्र दे रहे हैं। शिक्षा स्कूल प्रमुख सचिव से मिलने आए डॉ. उमेश प्रसाद साहू, विनोद सिन्हा, रामकुमार साहू , पवन चौहान, शेखर ऑडीलें, अमन साह, रितु आडीले, उत्तरा, मीरा देवी, करे लाल दास, रितेश कुमार, शारदा यादव, नीलेश सिंह, आसफाना खान, शिव कुमार विश्वकर्मा, मुन्नी खातून, परमेश्वरी राठौर, ओमप्रकाश कंवर, रामा शंकर साहू धर्मेंद्र चौहान, किरण कश्यप, अशोक लाल, जगदीश नारायण राठौर, सिमरन आदि उपस्थित थे।