कोरबा। कोरबा और इसके आसपास के जिलों की प्रारंभिक सीमा से लगे इलाकों में इन दिनों जुआ का फड़ सजाने वाले काफी सक्रिय हैं। जंगल में मंगल के अलावा इनके दफ्तर और कामकाज के विशाल क्षेत्रफल वाले ठिकाने फड़ के लिए महफूज जगह बने हुए हैं। बेफिक्र संचालित हो रहे जुआ के फड़ों का आलम यह है कि सत्ताधारी दल के एक विधायक के करीबी नामचीन युवा नेता भी इस कारोबार में वरिष्ठ नेता के साथ कूद पड़े हैं। दो नंबर के कारोबार में इनके साथ खासी सांठगांठ के कारण इनका फड़ काफी फल-फूल रहा है। यहां कोरबा जिले के अलावा जांजगीर-चांपा, निकटवर्ती बिलासपुर जिले के भी जुआरी जुआ खेलने पहुंच रहे हैं। बिलासपुर व जांजगीर-चांपा जिले की प्रारंभिक और कोरबा जिले की अंतिम सीमा से लगे इलाके में भी जुए के फड़ सज रहे हैं। सत्तापक्ष से जुड़े खास-खास लोग नजराना भेंट कर एवं अपने ऊंची पहुंच का लाभ उठाकर कोरोना महामारी के इस दौर में बेखौफ होकर बकायदा एंट्री फीस लेते हुए लाखों का जुआ चलवा रहे हैं। यह और बात है कि इनके आका विधायक को यह बात पता है या नहीं ? यह तो वही जानें लेकिन उनके नाम, पद और प्रभाव का इस्तेमाल कर सेटिंग से किया जा रहा गोरखधंधा सुर्खियों में है। यह भी विचारणीय है कि आखिर जब कोरोना लकडाउन के कारण लोगों को जीवन यापन के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है तो भला इनके पास इतना पैसा कहां से आ रहा कि लाखों के दांव लग रहे हैं। पिछले वर्षों में तो नकली नोट जुआ फड़ में खपाने की सुगबुगाहट थी। वैसे भी कोरबा जिला नकली नोटों के सौदागरों की लिस्ट में शामिल रहा है।