0 कांग्रेस प्रत्याशी जयसिंह के पक्ष में नाम वापस नहीं लेने के कारण बहिष्कार करने का लगाया है आरोप

कोरबा(खटपट न्यूज़)। कोरबा जिले की कोरबा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार सीमोन फ्रांसिस की बहू और बेटी का सामाजिक बहिष्कार भरी सभा में कर देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस मामले की लिखित शिकायत मानिकपुर पुलिस चौकी में पीड़िता के द्वारा की गई है।
अनुसूचित जनजाति वर्ग की पीड़िता सुनीता फ्रांसिस का आरोप है कि 12 नवंबर को जब वह प्रार्थना के लिए चर्च गई हुई थी तब डेढ़- 200 लोगों के बीच माइक में अलाउंस करते हुए विक्टर मेनन ने उसका अपमान कर भरी सभा में बहिष्कार करने का ऐलान किया। साथ ही कहा की जो कोई भी उससे बातचीत करेगा तो उसका भी हुक्का पानी बंद कर दिया जाएगा। इस ऐलान के वक्त मसीह आराधनालय मानिकपुर में सुनीता के साथ उसके परिजन भी मौजूद थे एवं समाज के लोगों ने भी देखा सुना है
सुनीता फ्रांसिस ने इस बारे में शिकायत में कहा है कि विक्टर मेनन ने यह इसलिए किया क्योंकि उसके ससुर सीमोन फ्रांसिस निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं और कांग्रेस प्रत्याशी जयसिंह अग्रवाल के समर्थन में नाम वापस लेने के लिए विक्टर मेनन व रवि बख्श घर आकर कह रहे थे किंतु अपनी मर्जी से चुनाव लड़ रहे हैं ससुर नहीं मान रहे और जब नाम वापस नहीं लिया तो बहू सुनीता और बेटी(सुनीता की ननद) का सामाजिक बहिष्कार कर अपमान किया गया। पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस चौकी में करने के अलावा निर्वाचन आयोग,क्लेक्टर, एसपी से भी किया है।
बताते चलें कि कोरबा विधानसभा में मसीही समाज कांग्रेस से नाराज चल रहा है। राजस्व मंत्री के द्वारा पिछले दिनों मसीही समाज की मिशन रोड स्थित लगभग 100 साल से सहेजी गई जमीन का हिस्सा दीगर समाज को आवंटित की गई है इससे मसीह समाज नाराज चल रहा है और इसी के फलस्वरुप दो लोगों ने निर्दलीय नामांकन चुनाव में दाखिल किया लेकिन एक प्रत्याशी प्रवीण मसीह ने नाम वापस ले लिया किंतु सीमोन फ्रांसिस चुनाव मैदान में डटे हुए हैं। मसीह समाज राजस्व मंत्री से काफी नाराज है और वोट बैंक जो हर बार के चुनाव में लगभग समर्थन में रहा करता था वह इस बार बिखरा बिखरा नजर आ रहा है।

