0 चेतावनी के बाद संयुक्त मंच ने आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया
रायपुर(खटपट न्यूज़)। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं की प्रांतीय हड़ताल 24 वें दिन भी जारी रही। आज बुधवार को रायपुर में संयुक्त मंच की बैठक हुई, जिसमें सभी संगठनो के प्रतिनिधि भाग लिये।
आज की चर्चा के बाद संयोजक मंडल की ओर से कहा गया कि राज्य सरकार एवं प्रशासन की ओर से अनदेखा किया जा रहा है। केंद्र एवं राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों के कारण आज चार साल बाद भी नियमित कर्मचारी का दर्जा नहीं दिया गया है। राज्य सरकार ने अपने घोषणा पत्र में कलेक्टर दर देने का वादा अब तक पूरा नहीं किया है। शासन की ओर से नोटिस भेज कर काम से निकलने की धमकी दी जा रही है, आंगनबाड़ी केंद्रों की चाबी मांगी जा रही है,मानदेय रोके जाने की बात कही जा रही है। आगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहयिका संयुक्त मंच के द्वारा 17 फरवरी को प्रदेश के सभी जिलों में रैली निकाल कर शासन द्वारा बर्खास्त करने का जो आदेश पत्र जारी किया गया है, उसे जलाया जाएगा। इसके पश्चात संभागीय आयुक्त को छः सूत्रीय मांग पत्र दिया जायेगा ।20 फरवरी को राजधानी रायपुर में रैली प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री निवास चलो कार्यक्रम का निर्णय लिया गया है।
0 इस महंगाई में गुजर-बसर कैसे करें
ज्ञात हो कि विगत 23 जनवरी से प्रदेश के एक लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका धरने पर बैठी हैं। केंद्रों में ताला लगा है। संयुक्त मंच का कहना है कि सरकार के सभी कार्य करने वाली आगनबाड़ी की महिलाओं को न तो केंद्र की सरकार ने और ना ही अब तक राज्य सरकार ने मानदेय में कोई वृद्धि किया है,जबकि केंद्र एवं राज्य सरकार के कर्मचारियों को साल में दो बार महंगाई भत्ता एवं एक बार वेतन वृद्धि का लाभ मिलता है। कार्यकर्ता से 6500 रुपये एवं सहायिका से 3250 रुपये में काम कराया जा रहा है।।इस भीषण महंगाई में कार्यकर्ताओं का घर कैसे चल सकता है? केंद्र सरकार ने इस बजट में कुछ भी नहीं दिया।
बैठक में सरिता पाठक,रुक्मणी सज्जन, हेमा भारती,गजेंद्र झा,कल्पना चंद,पिंकी ठाकुर,पार्वती यादव,सुचित्रा मानिकपुरी, अध्यक्ष मंडली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहयिका संयुक्त मंच रायपुर उपस्थित रहे।
यह है प्रमुख मांगे:-
(1)आंगनबाडी कार्यकर्ता सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी घोषित किये जाने सरकार द्वारा अपने जन घोषणा पत्र में घोषित नर्सरी शिक्षक पर उन्नयन और कलेक्टर दर पर वेतन तत्काल दिया जाय।
(2) आंगनबाडी सहायिकाओं को कार्यकर्ता के रिक्त पद पर शत-प्रतिशत एवं कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर पद पर शत-प्रतिशत पदोन्नति दिया जाय एवं विभागीय सेवा भर्ती नियम में संशोधन किया जाय।
(3)आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को प्रायमरी स्कूलों में प्रायमरी शिक्षक का दर्जा एवं वेतन दिया जाय।
(4) मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता के बराबर समान काम का समान वेतन दिया जावे एवं क्रेश कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पद पर समाहित किया जाय।
(5)आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 5 लाख रुपये एवं सहायिकाओं को 3 लाख रुपये रिटायरमेंट के बाद एकमुश्त राशि दिया जाय और मासिक पेंशन, ग्रेच्यूटी, व समूह बीमा योजना लागू किया जाय।
(6)प्रदेश स्तर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के रिक्त पदों को तत्काल भरा जाय। पोषण ट्रेकर और अन्य कार्य के लिये जब तक मोबाईल नेट चार्ज नहीं दिया जाता, तब तक मोबाईल पर कार्य का दबाव न दिया जाए।