0 28 बोरा रेडी टू ईट निजी मकान में, पुलिस ने सील किया कमरा
कोरबा(खटपट न्यूज़)। राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम की उत्पादनकर्ता फर्म छत्तीसगढ़ एग्रो फूड कार्पोरेशन लिमिटेड की रेडी टू ईट वितरण को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है। फर्म को उत्पादन से लेकर वितरण का भी जिम्मा दिया गया है। कोरबा जिले की भी सभी 10 परियोजनाओं के 2565 आंगनबाड़ी केंद्रों में पहुंचाने का दायित्व उसी का है। इसमें गफलत करते हुए 28 बोरी रेडी टू ईट गोकुलनगर के निजी मकान में पाया गया। रामपुर चौकी प्रभारी एसआई कृष्णा साहू के नेतृत्व में पुलिस ने दबिश देकर कमरा को सील कर दिया है। वाहन में अलग से भरे 132 बोरी रेडी टू ईट को जब्त कर पुलिस अभिरक्षा में रखा गया है।
पुलिस द्वारा प्रकरण में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग से जांच प्रतिवेदन मांगा गया है। डीपीओ के निर्देश पर मंगलवार को प्रभारी सीडीपीओ ने जांच कर प्रतिवेदन सौंप दिया है जो लीपापोती कहा जा रहा है। 5 अक्टूबर को कोरबा ग्रामीण परियोजना के दोंदरो सेक्टर के आंगनबाड़ी केंद्रों में हितग्राहियों के लिए प्रदाय किए जाना वाला 28 बोरी रेडी टू ईट जिल्गा गोदाम से निकलकर जिला जेल के पीछे स्थित गोकुलनगर में सरस्वती देवी के मकान में पाया गया। सफेद रंग की पिकअप क्रमांक CG-12-BE-3674 के माध्यम से यह रेडी टू ईट डम्प किया गया। मोहल्लेवासियों की जैसे ही इस पर नजर पड़ी तो रामपुर पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही चालक वाहन छोड़ कर फरार हो गया। पुलिस ने सरस्वती देवी के घर मे 28 बोरी रेडी टू ईट रखे कक्ष को सील कर दिया है वहीं वाहन में शेष रखे 132 बोरी रेडी टू ईट को जब्त कर चौकी में खड़ा करवा दिया है।
0 अब तक हुई यह कार्यवाही
रामपुर चौकी प्रभारी ने 7 अक्टूबर को जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग को प्रकरण की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने पत्र लिखा। डीपीओ ने 10 अक्टूबर को सीडीपीओ कोरबा शहरी को तत्काल जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। प्रभारी सीडीपीओ श्रीमती संगीता कोरम मंगलवार को प्रकरण की जांच करने पहुँची। रेडी टू ईट वितरणकर्ता लालाराम ने बताया कि सरस्वती देवी का लड़का उसका मित्र है जिससे वह पैसे उधार लिया था। उधार की रकम चुकाने जाते-जाते वह कुछ समय गोकुलनगर में रुका था। इस बीच इसके मालिक का फोन आया और तत्काल आने कहा। आनन- फानन में वो 28 बोरी रेडी टू ईट अपने दोस्त के यहाँ डम्प कर बाद में आकर ले जाने की बात कहकर जा रहा था कि तभी स्थानीय लोगों ने रेडी टू ईट के अफरातफरी की शिकायत कर दी। जांच के दौरान मौके पर पर्याप्त रेडी टू ईट पाया गया। सीडीपीओ ने जांच प्रतिवेदन डीपीओ को आवश्यक कार्रवाई हेतु सौंप दिया है।
0 जांच में लीपापोती..?
जांच के दौरान आए बयान से लीपापोती साफ दिख रही है। पूरे प्रकरण में वितरणकर्ता को क्लीनचिट देने की तैयारी है। हालांकि डीपीओ एमडी नायक ने कहा है कि सीडीपीओ से मिले जांच प्रतिवेदन के आधार पर ही प्रकरण में आवश्यक कार्रवाई करेंगे। दूसरी तरफ रामपुर चौकी प्रभारी एसआई कृष्णा साहू ने कहा है कि भले ही अपने बचाव में बयान और जांच प्रतिवेदन तैयार कराया गया है लेकिन पुलिस द्वारा अपनी पड़ताल और तथ्यों के आधार पर इस मामले में एफआईआर दर्ज की जाएगी।
0 आपसी टशन में हुआ खुलासा
गोकुलनगर के जिस मकान में रेडी टू ईट खपाया जा रहा था, उस सरस्वती देवी के बेटे को केस्टो के नाम से जाना जाता है। ये परिवार पशुपालन कर दूध बेचने का काम करता है। बताया जा रहा है कि पूर्व में यहां रहने वाला एक अन्य शख्स रेडी टू ईट मंगाकर खुद के जानवरों को खिलाता था और दूसरे पशुपालकों को भी बेचा करता था। वर्तमान में उसने अपने जानवरों को बेच दिया, तब सरस्वती ने सीधे रेडी टू ईट मंगाना शुरू कर दिया। यह बात उस शख्स को नागवार गुजरी और उसने रेडी टू ईट खपाने पहुंचे वाहन की सूचना पुलिस को दे दी। इस तरह बच्चों का पोषक आहार तबेलों में खपाये जाने की बात उजागर हुई।
0 शहर में यह हाल तो ग्रामीण का क्या?
रेडी टू ईट के वितरण में जो मामला सामने आया है उसमें सप्लाई ग्रामीण क्षेत्र के लिए होनी थी। सूत्रों से यह भी ज्ञात हुआ है कि ग्रामीण क्षेत्रों में गड़बड़ियां अपेक्षाकृत ज्यादा हो रही हैं। यहां कोई देखने वाला नहीं होने के कारण चंद क्षेत्रीय अधिकारियों के द्वारा अपने मन मुताबिक सारे काम करवाए जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से आए कुछ अधिकारी शहर में भी अपने हिसाब से काम कराने की मंशा रखे हुए हैं जिसका यह एक नमूना कहा जा रहा है।