कोरबा/करतला (खटपट न्यूज़)।प्राथमिक शाला की शिक्षा बच्चों की शिक्षा की नींव होती है और यहाँ बच्चे अक्षर ज्ञान सीखकर अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करते हैं और यदि प्राथमिक शिक्षा ही अधूरी रह जाये तो फिर बच्चे जीवन मे बिना नीव के घर के समान ही रह जाते हैं, आधारहीन! पिछले कुछ हफ़्तों से करतला विकासखंड के कई प्राथमिक स्कूलों की शिकायतें सामने आई कि वे समय से खुलते नहीं और यदि खुल जाए तो छुट्टी के निर्धारित समय पहले ही उन पर ताला लगा दिखाई देता है। ऐसा ही आज जर्वे और दमखांचा के प्राथमिक स्कूल में देखने को मिला जिनपर 11 बजे से पहले ही ताला लगा हुआ था। प्राथमिक शाला जर्वे के प्रधानपाठक भागवत प्रसाद यादव हैं जिन्होंने गांव में शादी होने की वजह से विद्यालय जल्दी बन्द करने की बात कही वहीं दमखांचा के प्राथमिक विद्यालय के प्रधानपाठक बिंझवार सर से संपर्क करने का प्रयास किया गया परंतु श्री बिंझवार से संपर्क नहीं हो पाया।
2 वर्षो के बाद प्राथमिक स्कूलों में बच्चों की ऑफ़लाइन परीक्षाएँ आयोजित की जा रही हैं। सुबह बच्चों की परीक्षाएं होती है उसके बाद 11:30 तक विद्यालय खुला रखना है लेकिन कुछ स्कूलों में नियमो को अनदेखा कर विद्यालय में समय से पहले ही ताला जड़ दिया जाता है। अभी गर्मी को देखते हुए शिक्षा विभाग ने बच्चों और शिक्षकों दोनों को राहत देते हुए विद्यालय खोलने के समय मे बदलाव करते हुए सुबह 07:30 से 11:30 तक खोलने के आदेश दिए हैं लेकिन कुछ शिक्षकों को इतनी राहत कम पड़ रही है और वे 11 बजे से पहले ही स्कूलों में ताला बंद कर देते हैं। शिक्षा विभाग के आदेश में यह लिखा गया है कि 16 अप्रैल के बाद बच्चे अपनी इच्छा अनुरूप विद्यालय आएंगे किंतु शिक्षकों को प्रतिदिन आना तथा पूरे समय अर्थात 11:30 तक विद्यालय खोलना अनिवार्य है।