कोरबा(खटपट न्यूज़)। गर्मी का मौसम शुरू होने के साथ ही अपने स्वरूप को दिखाने लगा है। झुलसाने वाली गर्मी में आम और खास हलकान होने लगा है वहीं दूसरी ओर बिजली विभाग की अव्यवस्था तकलीफ को बढ़ाने वाली साबित हो रही है। बढ़ते विद्युत दबाव की अपेक्षा अनुरूप ट्रांसफार्मर नहीं लगाने और ट्रांसफार्मरों पर गर्मी के मौसम में बढ़ते लोड उसे जलने पर मजबूर कर रहे हैं।
विद्युत मेंटेनेंस के कार्य में लापरवाही और भ्रष्टाचार की समस्या सामने आती रही है। गुणवत्ताहीन सामानों का उपयोग किया जाना भी कई मौकों पर सामने आया है जिसके कारण विद्युत उपकरण लंबे समय तक टिकाऊ होने की बजाय जरा सा लोड पड़ने पर खराब हो रहे हैं। इस तरह की अवस्थाओं का खामियाजा घंटों और दिनों तक बिजली गुल होने के रूप में जनता को भुगतना पड़ रहा है। बत्ती गुल है लेकिन मीटर चालू है। बिजली रहे या ना रहे, घर में उपकरण जले या ना जले लेकिन बिजली बिल तो बराबर आएगा किन्तु विद्युत विभाग की मेंटेनेंस संबंधी लापरवाही का खामियाजा पूर्वांचल से लेकर पश्चिमांचल और उपनगरीय व सीमांत क्षेत्रों के लोग भुगतने लगे हैं। दूरस्थ अंचलों की तो बात ही छोड़ दें।
भले ही विभागीय दावा किया जाता है कि लोगों को जीरो पावर कट के साथ निर्बाध बिजली की आपूर्ति 24 घंटे की जाएगी लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
अभी कटघोरा नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक छह में 12 अप्रैल की रात से बिजली गुल है। इसी प्रकार वार्ड क्रमांक 9 तिलक नगर में परसों यानी 11 अप्रैल की रात से बिजली गुल है और समाचार लिखे जाने तक नहीं आ सकी है। वार्ड 9 तिलक नगर के आधे हिस्से में 2 दिनों से बिजली की समस्या से लोग परेशान हैं। यहां सोमवार की रात्रि 1 बजे से लो वोल्टेज की वजह से बिना पंखे व कूलर के दिन-रात काटना पड़ रहा है। सुबह जब बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर को इस समस्या की जानकारी दी गई तो उन्होंने एनटीपीसी से समस्या होना बताया और शाम 7 बजे तक बिजली बहाल होने कहा लेकिन यह हुआ नहीं फिर अधिकारी ने अपना मोबाइल बंद कर दिया। बिजली विभाग के कर्मचारी भी अपने हिसाब से काम कर रहे हैं। मानव बल की भी कमी निरन्तर बनी हुई है। इन्हें फोन करने पर किसी प्रकार का उत्तर नहीं मिलता है। जब रात में आफिस जाकर समस्या को बताया जाता है तो चेक करने जा रहे हैं कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं। रात में बताया जाता है कि ट्रांसफार्मर फेल हो गया है। इसी तरह वार्ड 6 राजीव नगर में मंगलवार रात 12 बजे के बाद से बिजली आपूर्ति अवरुद्ध है क्योंकि यहां का भी ट्रांसफार्मर फेल हो गया है।
बिजली के अभाव में न सिर्फ ठंडी हवा के लिए तरसना पड़ रहा है बल्कि पीने और निस्तार के लिए पानी की समस्या बनी हुई है। विद्युत आधारित सभी तरह के उपकरण लो-वोल्टेज और विद्युत के अभाव में निष्क्रिय हो चुके हैं। कामकाजी लोगों सहित महिलाओं और छोटे बच्चों के लिए समस्या ज्यादा बढ़ गई है।