कोरबा (खटपट न्यूज)। कुछ केन्द्रीय श्रम संगठनों एवं वामपंथी संगठनों द्वारा आहूत 28-29 मार्च के राष्ट्रव्यापी हड़ताल के आह्वान में एनएफआईटीयू साथ नहीं है। एनएफआईटीयू, एचएमकेपी और आरसीएमसी की कार्यकारिणी ने यह फैसला लिया है कि इस तरह की हड़ताल के नाम पर देश के कामगारों को गुमराह करने के अलावा और कोई उद्देश्य नहीं होता।
उक्त बातें नेशनल फ्रंट ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स के अध्यक्ष डॉ. दीपक जायसवाल ने प्रेस क्लब तिलक भवन में आहूत पत्रवार्ता में कही। श्री जायसवाल ने कहा कि देश के 42 करोड़ श्रमिकों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार इन योजनाओं के जरिए उनके जीवन को जहां बेहतर बनाने पूरी तरह प्रयासरत है तो वहीं मजदूरों की भलाई के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने वाले दलाल श्रमिक संगठन अपने राजनीतिक संगठनों के लिए रोटी सेकने की कोशिश में लगे रहते है। जब सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाकर मजदूरों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए तो ऐसे में हड़ताल की घोषणा अनैतिक है और एनएफआईटीयू इसमें शामिल नहीं है और इस हड़ताल की घोषणा की निंदा करता है। पत्रवार्ता में ईश्वर सिंह चंदेल, मो. युनूस, हृदय सिंह, सच्चिदानंद यादव, छोटेलाल वर्मा, एस चौधरी सहित ट्रेड यूनियन से जुड़े पदाधिकारी उपस्थित रहे।