0 मंत्रालय और बड़े अधिकारियों से पहचान का रुआब दिखाया, एफआईआर दर्ज
कोरबा(खटपट न्यूज़)। एसईसीएल में कार्यरत एक महिला कर्मी अपने परिचित कर्मचारी की पुत्री के द्वारा नौकरी लगवाने के संबंध में दिए गए झांसा का शिकार हो गई। मंत्रालय से लेकर सरकारी विभाग के बड़े-बड़े अधिकारियों से पहचान होने का झांसा देकर महिला कर्मी के बच्चों को नौकरी लगवाने के एवज में 2 लाख ठग लिए।
जानकारी के अनुसार एसईसीएल की कुसमुंडा परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय में रेहाना परवीन यासिनी पति स्व. सैय्यद महमूद अली निवासी आरएम-04 रेस्क्यू कालोनी नेहरूनगर कार्यरत है। उसका एक पुत्र शाहिद और पुत्री जीनत है और दोनों ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर ली है। रेहाना के आवास क्षेत्र में सुमन सारथी परिचित है जो साथ में ही नौकरी करता है। सुमन सारथी से जान-पहचान होने के कारण उसकी बेटी तरूणी सारथी पति अरमान खान निवासी विवेकानंद नगर फेस-1 मोपका बिलासपुर से भी पहचान बढ़ गई थी और वह रेहाना के घर आना-जाना भी करती थी। इस दौरान तरूणी ने बिलासपुर में एनजीओ का संचालन करने और बड़े अधिकारियों, मंत्रालय तथा शासकीय विभागों में जान-पहचान का रौब दिखाकर रेहाना के दोनों बच्चों को सीधे शासकीय नौकरी रेलवे या एसईसीएल में लगवाने की बात कही। इसके एवज में रुपए लगने की भी जानकारी दी। तरूणी की बातों में आकर और बच्चों का भविष्य बनाने के मद्देनजर रेहाना ने 29 मई 2020 से लेकर बीच-बीच में कुल 2 लाख रुपए तरूणी के खाता में जमा कराया। इसके बाद न तो नौकरी लगवाई और न ही रुपए वापस कर रही है। फोन भी उठाना बंद कर दिया है और बातचीत करने पर झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी जा रही है। रेहाना की रिपोर्ट पर कुसमुंडा पुलिस ने तरूणी सारथी के विरूद्ध धारा 420 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।
00 सत्या पाल 00 (7999281136)