0 टेंडर निरस्त करने की उठी मांग
कोरबा-कटघोरा (खटपट न्यूज)। सरकार द्वारा बेरोजगार इंजीनियरों को आत्मनिर्भर बनाने व रोजगार प्रदान करने के लिए प्रयासरत हैं वहीं कटघोरा वनमंडल में सरकार के इस प्रयास को हतोत्साहित करने का काम किया जा रहा है। किसी भी विभाग के द्वारा बेरोजगार इंजीनियरों द्वारा भरे जाने वाले टेंडर फार्म में ईएमडी एवं डिफरेंस (अमानत व अंतर की राशि) जमा नहीं कराई जाती जबकि वन विभाग अपना अलग नियम सरकार से परे होकर चला रहा है। इसे लेकर बेरोजगार इंजीनियरों ने कटघोरा वनमंडल में प्रदर्शन किया और वनमंडलाधिकारी को मांग पत्र सौंपकर जारी टेंडर निरस्त करने की मांग की है। बेरोजगार इंजीनियरों ने बताया कि कटघोरा वनमंडल में 28 अक्टूबर को एनआईटी नंबर-1 कैम्पा कार्यों के लिए टेंडर जारी किया गया था जिस पर आज आपत्ति जताते हुए प्रदर्शन किया गया। सुबह 11 बजे तक टेंडर फार्म के लिए समय दिया गया था और टेंडर फार्म प्रिंटेड नहीं था। इसे प्रति व्यक्ति के आवेदन पर टाइप करके दिया गया। टेंडर फार्म प्राप्त करने में ही 12.30 बज गए। टेंडर फार्म लेने पर पता चला कि ईएमडी जमा करना है जिसकी राशि 0.75 पैसा प्रति हजार तय किया गया है। जबकि एनआईटी में इसका कहीं कोई उल्लेख नहीं है और सूचना पटल पर भी इस संबंध में कोई जानकारी चस्पित नहीं किया गया था बल्कि टेंडर फार्म में उल्लेख किया गया जबकि यह बेरोजगारों से सीधे-सीधे वन विभाग द्वारा छल है।
00 सत्या पाल 00 (7999281136)