कोरबा(खटपट न्यूज़)। कोरबा जनपद पंचायत में एक नया विवाद सामने आया है जिसमें सदस्यों द्वारा सामान्य सभा का बहिष्कार करने के बावजूद प्रस्ताव पास हो जाना अपने आप में भ्रष्टाचार की बयां कर रहा है।
इस संबंध में रामपुर क्षेत्र के विधायक एवं पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने कोरबा जिले के पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल को पत्र लिखकर कार्यवाही पंजी को जप्त करने की मांग की है पत्र में ननकीराम ने कहा कि दिनांक 5 जून 2021 को आयोजित सामान्य सभा की बैठक को सदस्यों द्वारा बहिष्कार किए जाने के बाद जनपद अध्यक्ष एवं कार्यालय के क्लर्क एवं कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा बैठक में फर्जी हस्ताक्षर कर कार्यवाही को पूर्ण बताया गया है।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि जनपद पंचायत कोरबा के उपाध्यक्ष एवं कुछ सदस्यों ने मुझे बताया कि दिनांक 5 जून 2021 को सामान्य सभा की बैठक आहूत की गई थी उक्त बैठक को सभी सदस्यों द्वारा सामूहिक रूप से बहिष्कार करने के कारण निरस्त कर दिया गया था निरस्त होने के बाद भी सामान्य सभा की बैठक पंजी में जनपद अध्यक्ष एवं किशन कोसले एवं आशीष गांगुली ने क्लर्क अमृत लादेर,सुरेश पांडे एवं कंप्यूटर ऑपरेटर के माध्यम से कुछ कुछ जनपद सदस्यों के घर जाकर हस्ताक्षर करा लिया गया एवं कुछ सदस्यों का फर्जी हस्ताक्षर कर जनपद विकास निधि एवं 15वें वित्त आयोग वर्ष 2020–21 के प्रस्ताव का अनुमोदन फर्जी तरीके से लिख लिया गया है और फर्जी तरीके से सभी कार्यों की राशि का बीएससी कराने की तैयारी की जा रही है। दिनांक 5 जून को समस्त सदस्यों के द्वारा सामान्य सभा का पूर्ण बहिष्कार किया जा गया एवं 15 वे वित्त आयोग जनपद विकास निधि के प्रस्ताव का अनुमोदन कैसे हो सकता है इससे स्पष्ट है कि जनपद पंचायत के अध्यक्ष कार्यालय के क्लर्क एवं कंप्यूटर ऑपरेटर सहित आशीष गांगुली, किशन कोसले की मिलीभगत से षडयंत्र पूर्वक दस्तावेज तैयार कर 15वें वित्त आयोग एवं जनपद विकास निधि की राशि पंचायतों को भेज दी गई है श्री कंवर ने कहा कि इस सामान्य सभा में जनपद CEO के हस्ताक्षर भी नहीं है और कई सदस्यों के फर्जी हस्ताक्षर भी किया गया है उक्त बैठक पंजी को तत्काल जप्त कर राइटिंग एक्सपर्ट से जांच कराने एवं संबंधित जनपद अध्यक्ष एवं क्लर्क कंप्यूटर ऑपरेटर एवं आशीष गांगुली, किशन कोसले के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज कराने की मांग की है।
00 सत्या पाल 00 (7999281136)