कोरबा(खटपट न्यूज़)। बरसात के मौसम में प्रतिबंध के बावजूद ठेका प्राप्त हसदेव नदी से रेत खनन कर नदी में ही बने भंडारण क्षेत्र में खत्म हुए स्टाक को बढ़ाने वाले ठेकेदार पर आखिरकार कार्यवाही हुई है। खनिज निरीक्षक उत्तम खूँटे ने बुधवार सुबह यहां पहुंच कर रेत घाट के प्रवेश द्वार को सील करने की कार्यवाही की। देखना है कि यह सील बंदी पूरे प्रतिबंध अवधि तक रहेगी या 2-4 दिन के बाद मामला ठंडा पड़ते ही खोल दिया जाएगा?
खनिज अमले के द्वारा फिलहाल गलत तरीके से घाट में ही अनुमति प्राप्त रेत भंडारण स्थल में चोरी से अवैध खनन कर भंडारित की गई रेत की सम्पूर्ण मात्रा का मौके पर भौतिक सत्यापन एवं ठेकेदार के पास शेष रायल्टी पर्ची आदि के बारे में सत्यापन नहीं किया जा सका है। हालांकि घाट सील करने की कार्यवाही यह बताने के लिए काफी है कि यहां प्रतिबंधित अवधि में अवैध खनन हो रहा था। हमने इस अवैध खनन को प्रमुखता से सामने लाया जिसमे जेसीबी और पोकलेन लगाकर शाम से रात तक अवैध रेत निकाली जाती रही। हालांकि पूर्व में भी इस तरह की जानकारी सामने लाई गई थी, तब विभाग ने नोटिस देकर चुप्पी साध ली और कोई उचित कार्यवाही नहीं हुई थी। लगातार शिकायतों और संज्ञान में लाने के बाद यह पहला मौका है जब सीतामणी रेत घाट को सील किया गया है जिसे एनजीटी द्वारा निर्धारित प्रतिबंध की अवधि उपरांत ही खोला जाना चाहिये। घाट खोलने पर अवैध भंडारित रेत का भी सत्यापन बेहद जरूरी है।
देखना यह है कि विभाग अवैध रूप से हो रहे इस कार्य को किस हद तक कार्यवाही के तौर पर आगे ले जाता है। घाट पर मौजूद अवैधानिक रेत को जप्त करने की कार्यवाही के साथ ही खनिज का इस तरह से चोरी कर अवैध दोहन करने पर क्या एक्शन लिया जाता है, अवैध खनन में लगे जेसीबी व पोकलेन को जप्त करने की कार्रवाई होती है या नहीं? इस मामले में खनिज अधिकारी श्री नाग ने बताया कि इंस्पेक्टर उत्तम खूंटे के द्वारा घाट के प्रवेश द्वार को सीलबंदी की कार्रवाई की गई है। विस्तृत जानकारी उनसे प्राप्त कर शाम तक पूरा ब्यौरा दिया जाना संभव होगा। हालांकि इस पूरी कार्यवाही के दौरान श्री नाग पास में ही अपने वाहन में मौजूद थे।
00 सत्या पाल 00 (7999281136)