0 एनटीपीसी कोरबा में पदस्थ अधिकारी ने पेश की सद्भावना की मिसाल
कोरबा(खटपट न्यूज़)। एनटीपीसी कोरबा के एक अधिकारी ने अनाथ हिन्दू कन्या का हिन्दू रीति-रिवाज से विवाह कराया और खुद कन्यादान कर सद्भावना की मिसाल पेश की है।
कभी-कभी इंसानियत के कुछ मामले ऐसे भी सामने आते हैं जिन्हें सुनकर और देखकर ऐसा लगता है कि संसार में मानवता जिन्दा है। यह मिसाल पेश की है एनटीपीसी कोरबा में कार्यरत मुस्लिम दंपत्ति अब्दुल कादर और नजमा कादर ने। दरअसल अब्दुल कादर सिंगरौली एनटीपीसी में कार्यरत थे जहां उनकी पहचान विजय प्रसाद से हुई। आर्थिक तौर पर काफी कमजोर विजय की पुत्री रन्नू और पुत्र पवन हैं। इस बीच अब्दुल कादर का कोरबा तबादला हो गया। विजय और उसकी पत्नी का सिंगरौली में निधन के बाद पवन ने बहन रन्नू की जिम्मेदारी उठाने से इनकार कर दिया। इसकी जानकारी कोरबा एनटीपीसी में कार्यरत अब्दुल कादर को हुई तो अपनी पत्नी से परामर्श के पश्चात इस अनाथ बच्ची का कन्यादान करने का संकल्प लिया। रावत परिवार की लड़की का विवाह उसी की जाति में करना चुनौतीपूर्ण था। अब्दुल कादर ने भोपाल के एक एनजीओ से संपर्क किया। काफी भाग-दौड़ के बाद इटारसी मध्यप्रदेश के रहने वाले हिन्दू परिवार मलरवान सिंह से बातचीत कर उनके पुत्र गजेन्द्र से रिश्ता पक्का हो गया और शादी 15 जुलाई को तय हुई। मुस्लिम दंपत्ति ने अपनी पुत्री की तरह विवाह की तैयारी शुरू की और इटारसी में ही जाकर हिन्दू रीति-रिवाज से विवाह संपन्न कराया। इस बारे में जब अब्दुल कादर और उसकी पत्नी नजमा से पूछा गया तो दोनों की आंखों में आंसू छलक आए। नजमा ने सिर्फ इतना कहा कि पुत्री को विदा करना बहुत दर्द भरा क्षण होता है। इस पूरे मामले में एनटीपीसी अधिकारी डीके रावत का सहयोग सराहनीय रहा।
00 सत्या पाल 00 (7999281136)