बिलासपुर /सीपत (खटपट न्यूज)। ताप विद्युत उत्पादन की उन्नत तकनीक (सुपरक्रिटिकल तकनीक) से एनटीपीसी सीपत देश की सतत ऊर्जा मांग को सुचारू रूप से पूरा कर रहा है। विगत वर्ष कोरोना के कारण लॉक डाउन के प्रतिबंध भी एनटीपीसी सीपत के निरंतर ऊर्जा उत्पादन को रोक नहीं पाए। उन्नत तकनीकी और कुशल मानव संसाधन के साथ विगत वर्ष में एनटीपीसी सीपत ने रिकॉर्ड 23254 मिलियन बिजली यूनिट का उत्पादन किया और देश को कोरोना से लड़ने के लिए शक्ति प्रदान की।
एनटीपीसी सीपत सतत रूप से देश के विकास को गति देते हुए ऊर्जा उत्पादन और राख प्रबंधन के क्षेत्र में निरंतर प्रयास कर रहा है। एनटीपीसी सीपत पर्यावरण मंत्रालय एवं नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशानुसार राख के 100% निस्तारण हेतु प्रतिबद्ध है एवं इसके लिए आवश्यक प्रयास किये जा रहे हैं।
राख का उपयोग सीमेंट कारखानों, फ्लाई ऐश ईंट उद्योगों में उबड़ खाबड़ ज़मीन के समतलीकरण में एवं राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण में किया जा रहा है। राख निस्तारण के लिए ज़रूरी संसाधनो जैसे हैवी ड्यूटी रोड, कलवर्ट एवं रैंप का निर्माण का ऐश डाइक विभाग द्वारा किया जा रहा है। एनटीपीसी सीपत ने जनप्रतिनिधियों के मांग को संज्ञान में लेते हुए कौड़िया से गतौरा तक एनटीपीसी सीपत द्वारा रोड का चौड़ीकरण किया गया है एवं रांक से सुखरीपाली तक डबल लेन रोड का कंक्रीटीकरण किया जा चुका है। गतौरा पहुंच मार्ग के चौड़ीकरण एवं कंक्रीटीकरण का कार्य एनटीपीसी द्वारा छग रूरल रोड डेवेलपमेंट एजेंसी को दिया गया है जिसका कार्य शुरू हो चुका है। एनटीपीसी द्वारा एनटीपीसी आफिस से रांक होते हुए हरदा एवं कौड़िया तक जिओ पॉलीमर कंक्रीट रोड बनाने का प्रस्ताव है। हरदा से सुखरीपाली, सुखरीपाली से रलिया, रलिया से भिलई पंप हाउस एवं गतौरा मोड से भिलई पंप हाउस तक भी जिओ पॉलीमर कंक्रीट रोड बनाने का प्रस्ताव है।
क्षेत्र में चौड़ी एवं मजबूत कंक्रीट सड़कों के निर्माण से ग्रामीणों को आवागमन में सुविधा एवं क्षेत्र के विकास को गति मिल रही है। डाइक एरिया में रोड के अलावा ड्रेन एवं अन्य सुविधाओं का विकास किया जा रहा है जिससे क्षेत्र में जल भराव एवं अन्य
परेशानियों का हल निकल सकेगा।
एनटीपीसी के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की प्रतिबद्धता से ऐश डाइक एरिया में वर्षों से लंबित कार्य पूरे हो रहे हैं एवं अन्य कार्यों में प्रगति परिलक्षित हो रही है।