0 बैरा रेत खदान में ठेकेदारों की मनमानी जारी
0 चेन माउंटेन से रेत का अवैध उत्खनन लगातार
कोरबा-पसान(खटपट न्यूज़ )। जिला प्रशासन के नाक के नीचे शासन और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों की धज्जियाँ उड़ाकर नदियों का सीना चीर कर रेत खोदी जा रही है। लॉक डाउन में लाल ईंटों के निर्माणकर्ता कुम्हारों से लाखों ईंट की जप्ती बनाकर सुर्खियां बटोरने वाले अधिकारी को उनके क्षेत्र में यह अवैध खनन लगातार नजर नहीं आता। भला यह क्या कार्यवाही हुई कि सुबह 5 हाईवा और एक पोकलेन को जप्त करना बताते हैं और वही पोकलेन शाम को रेत खनन करते नजर आ जाता है। लगातार कार्यवाही क्यों नहीं होती रेत माफियाओं पर? क्या प्रशासन और खुद को ईमानदार बताने वाले अधिकारी भी इनके सामने नतमस्तक होकर जी-हुजूरी कर रहे हैं।
जिले के पोड़ी उपरोड़ा ब्लाक के ग्राम बैरा बम्हनी नदी रेत खदान में ठेकेदारों द्वारा रॉयल्टी दर से चार गुना अधिक पैसा लेने का लगातार मामला सामने आ रहा है। दरअसल पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक अंतर्गत बैरा रेत खदान में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल एनजीटी के नियमो का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। रेत खदानों में ठेकेदार के द्वारा चैन माउंटेन से रेत उत्खनन किया जा रहा है। ठेकेदार का चैन माउंटेन पोकलेन मशीन धड़ल्ले से नदी का सीना छलनी कर रहा है जिससे शासन व खनिज विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। आखिर ठेकेदार को मनमानी करने की खुली छूट प्रशासन ने क्यो दी है। वहीं दूसरी तरफ सरकार को माइनिंग में भ्रस्टतंत्र के कारण रोजाना लाखो रुपया का चूना लग रहा है जिसमे आमजनों की जेब पर रेत खरीदने के लिए 4 गुना अतरिक्त भार पड़ रहा हैं। टेंडर प्रक्रिया द्वारा संचालित उक्त बैरा रेत खदानो में संचालक द्वारा रॉयल्टी से अधिक पैसा लिया जा रहा हैं। कोरबा जिला के ग्राम बैरा रेत घाट में कालाबाजारी का भी मामला सामने आ रहा है।
पोड़ी उपरोड़ा एसडीएम संजय मरकाम की मानें तो जैसे ही बम्हनी नदी पर ठेकेदार के द्वारा रेत घाट पर चैन मशीन व हाइवा वाहन से रेत लोड करने की सूचना मिली, फौरन मामले की गंभीता को देखते हुए पसान में पदस्थ तहसीलदार सुनील कुमार कुलमित्र व पसान थाना से बल लेकर बैरा रेत घाट पर छापा मार कर 5 हाइवा और एक 210 नंबर की चैन मशीन पोकलेन को जप्त कर विधिवत कार्यवाही की जा रही है जबकि जिला प्रशासन ने कुछ दिन पूर्व ही 4 माह के लिए रेत घाट से रेत खनन को प्रतिबंधित किया है। इसके बावजूद जिले के कई घाटों से अवैध रेत खनन किया जा रहा है। इसकी जानकारी खनिज या राजस्व विभाग को भी है लेकिन इडके बावजूद किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नही की जाती है। इससे खनिज एवं राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना जायज है।