कोरबा-दीपका(खटपट न्यूज़)। कोरोना लाकडाउन में नियमों का पालन कराने के नाम पर परेशान करने की शिकायतें फिर शुरू हो गयी हैं। एसईसीएल के दीपका खदान परियोजना के प्रभावित कर्मियों ने सोशल मीडिया पर अपनी आपबीती शेयर की है। दीपका के थानेदार की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट हम हूबहू आपको पढ़ा रहे हैं –
प्रगति नगर दीपका में दिनांक 25.04.2021 को सुबह इस कोरोना महामारी में डयूटी जा रहे secl के कर्मचारियों से फिर हमारे थानेदार हरिश्चन्द टांडेकर जी द्वारा वसूली किया गया अपने कार्य पर जा रहे कर्मचारी जिन्होंने प्रबंधन के द्वारा बनाया हुआ पास एवं अपना परिचय पत्र रखे हुए थे उनसे भी 500 की दर से वसूली किया गया कुछ एक कर्मचारी जिन्होंने अपने परिचय पत्र को गले पर धारण नहीं किया था लेकिन उनके पास परिचय पत्र और पास थे उनसे तो उनका कॉलर पकड़कर बदसलूकी तक किया गया और उनसे भी पैसा लेकर ही उनको छोड़ा गया। इस प्रकार इनके द्वारा पूर्व में भी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ यह कृत्य किया जा चुका है। इस कोरोना महामारी में अपने और अपने परिवार वालो की जान को खतरे में डाल कर देश के इस आवश्यक सेवा में सहयोग करना गलत है। इस प्रकार सख्ती और वसूली थानेदार सहाब उनसे करें जो बिना काम के इस लॉकडौन में बेवजह घूम रहे हैं। टी आई श्री हरिशचंद टांडेकर जी द्वारा इस प्रकार वसूली करना कहां तक जायज है क्या इस प्रकार वसूली करने व secl के कर्मचारियों को अपमानित करने के लिए उनको यहां पर पदस्थापित किया गया है। इस प्रकार कर्मचारियों पर हो रहे अनैतिक और असंवैधानिक कार्य पर दीपका प्रबंधन और सभी श्रम संघ के वरिष्ठ नेताओं को हस्तक्षेप करने की आवश्यकता है।
निःसंदेह इस तरह के कामकाज से पुलिस-प्रशासन की किरकिरी हो रही है, आला अधिकारियों को संज्ञान लेना चाहिये और लापरवाहों पर सख्ती बरतें न कि कामकाजी लोगों पर।