कोरबा (खटपट न्यूज)। कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर जहां प्रशासन चिंतित है वही प्रवासी मजदूर भी पुराने अनुभव को याद करते हुए घर वापसी में लगे हुए है। प्रतिदिन संैकड़ों की तादाद में लोग हैदराबाद, विशाखापटनम एवं अन्य स्थानों से कोरबा होते हुए अपने गांव की ओर जाने लगे है। आज कोरबा नए बस स्टैंड में मेले जैसा माहौल देखने को मिला प्रवासी मजदूरों ने बताया कि वे हैदराबाद और विशाखापटनम मजदूरी करने गए थे।
लॉक डाउन की वजह से मजदूर अपने अपने घर को वापस लौट रहे है लेकिन कोरबा से बनारस जाने वाली बसों में खचाखच भरे जा रहे मजदूरों में न ही मास्क का पता है और न ही सोशल डिस्टनसिंग का पता है ऐसे में कोरोना चैन को तोड़ना संभव नहीं है वही बस संचालकों द्वारा कोरोना प्रोटोकाल की धज्जियां उड़ाकर प्रशासन को ठेंगा दिखाने में भी कोई चूक नही कर रहे है।