0 हितग्राहियों की राशि डकारने वाले आवास मित्र और सहयोगी बेखौफ…
00 सत्या पाल00
कोरबा (खटपट न्यूज)। कोरबा आकांक्षी जिले में प्रधानमंत्री आवास जैसी महत्वपूर्ण योजना का क्रियान्वयन हितग्राहियों के साथ किसी भद्दे मजाक से कमतर नहीं रह गया। गरीबों के सिर पर पक्की छत देने की योजना में आवास की स्वीकृति होने के बाद न सिर्फ इसके निर्माण पर कई आवास मित्र ग्रहण लगा रहे हैं बल्कि शासकीय राशि को डकार कर फर्जी जिओ टैंगिंग व दस्तावेजों के सहारे चंद कर्मियों की मिली-भगत से आवास को पूर्ण बताकर हितग्राहियों के हक पर डाका डाल रहे हैं। जिले के आवास घोटाला, कोरबा ग्रामीण व पाली क्षेत्र में फर्जी जिओ टैगिंग का मामला सामने आने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई अब तक होती नहीं दिखती। आलम यह है कि शासन-प्रशासन को चूना लगाकर ऐसे भ्रष्ट आवास मित्र और उनके सहयोगी कार्रवाई के अभाव में बेखौफ घूम रहे हैं और बुजुर्ग हितग्राही अपना समय-पैसा बर्बाद कर बहुप्रतीक्षित न्याय की आस में चप्पल-जूते घिसकर तो कई नंगे पैर ही जिला मुख्यालय का चक्कर काट रहे हैं। जिम्मेदारी तो उन अधिकारी/कर्मचारी पर भी गंभीरता और सख्ती से तय होनी चाहिए जिनके कार्यकाल में ये गड़बड़ी हुई और दफ्तर में बैठे-बैठे सब सही कर दिया गया।
कोरबा जनपद क्षेत्र के ग्राम करुमौहा निवासी आवास मित्र चंद्रशेखर मंझवार के द्वारा 72 हितग्राहियों के आवासों में लीपा-पोती कर आधे-अधूरे कार्य कराते हुए तथा 4 हितग्राहियों का आवास निर्माण कार्य प्रारंभ हुए बगैर ही फर्जी जिओ टैगिंग कर पूरी राशि निकालकर गबन कर लेने के मामले में जांच और वसूली तथा एफआईआर की कार्रवाई अब तक लंबित है।
इस बीच कोरबा जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत सिमकेदा के ढेंगुरडीह निवासी मानसिंह यादव 80 वर्ष ने आवास निर्माण किए बगैर उसके आधार कार्ड को अपने पास रखकर पूरी राशि निकाल लेने की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है। सिमकेदा निवासी पहाड़ी कोरवा बिसुन विष्णु पिता मंगल 30 वर्ष एवं गणेश राम पिता दसमल पहाड़ी कोरवा 30 वर्ष के द्वारा भी पुलिस अधीक्षक से शिकायत की गई है। बिसुन के नाम 2018-19 में स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास का कार्य अब तक प्रारंभ नहीं हुआ है और आवास मित्र चंद्रशेखर मंझवार ने एक कागज में उसका हस्ताक्षर बैंक से राशि स्वीकृति के नाम पर करा लिया था। चंद्रशेखर व सहयोगी राजाराम ने आबंटित राशि 1 लाख 20 हजार रुपए 4 किस्त में निकाल लिया। इसी तरह पहाड़ी कोरवा गणेश राम ने बताया कि वर्ष 2016-17 में उसकी पत्नी बुधनी बाई के नाम से स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास का सिर्फ नींव डालकर छोड़ दिया गया है और एक भी किस्त की राशि उसे नहीं मिली, बल्कि आवास मित्र चंद्रशेखर मंझवार के द्वारा राशि निकालकर हड़प कर ली गई है।
0 ठगे गए 72 हितग्राहियों को सीईओ ने जारी किया नोटिस
कोरबा जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत श्यांग, सिमकेदा व सोलवां के कुल 72 हितग्राहियों के नाम वर्ष 2016-19 के मध्य स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास योजना का आधा-अधूरा कार्य कर उसकी फर्जी जियोटैगिंग आवास मित्र चंद्रशेखर के द्वारा कराने का मामला सामने आया है। कोरबा जनपद सीईओ जीके मिश्रा के द्वारा इस मामले में सभी 72 हितग्राहियों को नोटिस जारी कर आवश्यक जानकारी के साथ उपस्थित होने कहा गया है।
0 ठगे गए हितग्राहियों को सामने आने की जरूरत
प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर ठगे गए हितग्राहियों का मामला सिर्फ कोरबा जनपद में ही नहीं बल्कि अन्य जनपद क्षेत्रों में भी है। हितग्राहियों को चाहिए कि वे ठगी के मामलों की सूचना और शिकायत संबंधित जनपद अधिकारी अथवा जिला मुख्यालय पहुंचकर दर्ज कराएं ताकि केंद्र सरकार द्वारा राज्य की भागीदारी से क्रियान्वित हो रही इस महत्वपूर्ण योजना को पलीता लगा रहे लोगों को उजागर किया जा सके। शासन-प्रशासन को भी चाहिए कि आवास योजनाओं की हकीकत धरातल पर जाकर जांचें न कि कागजों तक सीमित रहें। पुलिस-प्रशासन को भी चाहिए कि वह प्राप्त शिकायतों की त्वरित जांच प्रारंभ करे ताकि ऐसे लोगों को बचने का अवसर न मिले। बता दें कि कटघोरा थाना में ग्राम बरतराई निवासी बुधराम दास की लिखित शिकायत पर अब तक कोई कार्यवाही शुरू नहीं हो पाई है जबकि 3 साल से उसका आवास नहीं बना है व रकम हड़प ली गई है। यह बड़ी विडंबना है कि संज्ञान में लाये जाने के बाद भी शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी कोई कदम नहीं उठाते जिसका खामियाजा आज भी लेमरू क्षेत्र के भुडूमाटी, छातीबहार आदि मोहल्ले के लोग भुगत रहे हैं जिनका भी आवास राशि गबन कर लिया गया है।