कोरोना टेस्टिंग के मामले में छत्तीसगढ़ देश में तीसरे नंबर पर आ गया है। यहां प्रति 10 लाख की आबादी में रोजाना कोरोना जांच के मामले में राज्य बेहतर स्थिति में है। महाराष्ट्र और गुजरात ही छत्तीसगढ़ से आगे है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में रोजाना प्रति दस लाख की आबादी पर औसत 1409 सैंपलों की जांच की जा रही है। कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए अब तक यहां कुल 58 लाख 32 हजार 740 सैंपलों की जांच की जा चुकी है।
हर 10 लाख लोगों में दो लाख तीन हजार 061 सैंपल की जांच हो रही है। छत्तीसगढ़ देश के कई बड़े राज्यों उत्तरप्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश और पश्चिम बंगाल से आगे है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस पर मेडिकल टीम को बधाई दी। दूसरी तरफ कई जिलों से टेस्टिंग किट की कमी की खबरें भी आ रही है, इसमें सुधार के निर्देश भी स्वास्थ्य अमले को दिए गए हैं।
जानिए वैक्सीनेशन का हाल
सरकार का दावा है कि स्वास्थ्य अमला युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन के काम में लगा हुआ है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं स्टेट नोडल वैक्सीनेशन अफसर डाॅ प्रियंका शुक्ला ने बताया कि 2 अप्रेल की स्थिति में प्रदेश में 3069 सेशन साइट पर कुल 3 लाख 26 हजार 12 कोविड 19 की डोज दी गई। 45 वर्ष से अधिक आयु समूह के 3लाख 17 हजार 500 को पहली डोज दी गई।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी से अपील की है कि 45 वर्ष से अधिक के सभी व्यक्ति वैक्सीनेशन अवश्य कराएं। जिन देशों में वैक्सीनेशन बड़ी संख्या में हुआ है वहां कोरोना के फैलाव के केस कम हुए हैं। वैक्सीन की पहली खुराक के 6-8 सप्ताह के बीच दूसरी खुराक लेनी होती है। सेकंड डोज लेने के दो सप्ताह के अंदर आम तौर पर शरीर में प्रतिरक्षात्मक तंत्र विकसित होता है। वैक्सील लगवाने के बाद कोरोना संक्रमित होने का रिस्क तो होता है मगर शरीर पर वायरस का असर नहीं होता।
प्रदेश में कोरोना
छत्तीसगढ़ में 24 घंटे में 4174 नए कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद सरकार ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। दिन भर में 33 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद देर शाम स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया कि पिछले दिनों हुई 10 मौतों की जानकारी भी शुक्रवार को मिली। इस तरह बीते 24 घंटे में कुल 43 मौतें सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज हुईं। अकेले रायपुर शहर में 1405 नए मरीज मिले हैं। यहां 15 कोविड संक्रमितों की मौत हो गई।