0 बढ़ता कोरोना संक्रमण खींच रहा चिंता की लकीरें, फिर भी अधिकांश लोग हैं बेपरवाह
कोरबा/दुर्ग/रायपुर (खटपट न्यूज)। कोरोना वैश्विक महामारी का संक्रमण दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है। कुछ जिलों को छोड़ दें तो प्रदेश के अधिकांश जिले इसकी चपेट में आते जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में 1 अप्रैल को संक्रमितों की संख्या 4617 पहुंची तो मृतकों का आंकड़ा 25 दर्ज हुआ।
राजधानी रायपुर से सर्वाधिक 1327, दुर्ग से 996, राजनांदगांव से 437 और कोरबा जिले से 102 संक्रमित आज दर्ज हुए। बिलासपुर से 288, महासमुंद से 182 संक्रमित मिले हैं। अन्य जिलों में भी आंकड़ा घट-बढ़ रहा है। बढ़ते संक्रमण के मध्य मौतों का आंकड़ा भी हर दिन डराने लगा है लेकिन लोग हैं कि अपनी लापरवाही से बाज नहीं आ रहे। बिना मास्क के घर से निकलना, सेनेटाइजर साथ नहीं रखना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करना इनकी आदतों में शामिल हुआ है। बार-बार की चेतावनी के बाद भी आदतों को न सुधारना जानलेवा हो सकता है। पिछले साल के मौतों के आंकड़ों से न तो इस बार सबक लिया जा रहा है और न ही विशेष सावधानी बरत रहे हैं, जबकि कोरोना ऐसी मौत देता है जिसमें मरने वाले को उसके परिजन के कंधे भी नसीब नहीं होते। न कोई सगा, न कोई संबंधी कोरोना संक्रमित मृतक के आसपास फटक सकता है। बढ़ते मौत के आंकड़ों के बीच एक वीडियो निकलकर आई है जो बहुत कुछ सोचने व समझने पर विवश करने के साथ-साथ कोरोना से लड़ने की बजाय उसका सावधानीपूर्वक सामना करने के लिए प्रेरित करता है। आलम यह है कि श्मशान घाट में शवों को जलाने के लिए जगह कम पड़ जा रहा है। अंतिम संस्कार के लिए शवों को भी इंतजार करने की मजबूरी है। ऐसे दृश्य न सिर्फ ह्दय को विचलित करते हैं बल्कि बड़ी ही खामोशी से आने वाले खतरों से आगाह भी कर रहे हैं।