कोरबा (खटपट न्यूज़)। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं सरगुजा लोकसभा प्रभारी पवन कुमार जांगड़े ने कोरबा में मेडिकल कॉलेज को स्याहीमुड़ी में स्थित एजुकेशन हब में खोलने एवं आईटी कॉलेज को शासकीयकरण करने के संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ज्ञापन प्रेषित किया है।
श्री जांगड़े ने कहा है कि अथक प्रयास व लंबी लड़ाई के बाद वर्ष 2007 में सरगुजा विकास प्राधिकरण में तत्कालीन मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में वर्ष 2008 से जिले में जनभागीदारी योजना के अंतर्गत आदिवासी अंचल के जिलों कोरबा, अंबिकापुर, सूरजपुर, बलरामपुर, जशपुर, जांजगीर-चांपा के निवासियों की सुविधा हेतु इंजीनियरिंग महाविद्यालय प्रारंभ किये जाने का निर्णय लिया गया। इसके लिए शासन ने ग्राम झगरहा में आईटी कॉलेज के लिए 50 एकड़ भूमि का आबंटन किया गया एवं जिले में संचालित विभिन्न शासकीय/अर्द्धशासकीय/निजी औद्योगिक संस्थानों से इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना हेतु भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए 55 करोड़ रुपए की सहभागिता सुनश्चित की गई। विगत 12 वर्षों के सफल संचालन से क्षेत्र के मूल निवासियों व कमजोर वर्ग के लगभग 10 हजार छात्र-छात्राओं को तकनीकी शिक्षा प्रदान की गई है। इनमें से लगभग 80 प्रतिशत छात्र-छात्राएं देश के विभिन्न प्रतिष्ठानों, शासन के विभिन्न विभागों, प्रायवेट संस्थानों में व स्वरोजगार स्थापित कर स्वयं एवं अन्य लोगों को रोजगार देकर देश के आर्थिक एवं सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। वर्तमान में आईटी कॉलेज में कुल 50 अधिकारी-कर्मचारी कार्यरत है। आईटी कॉलेज भवन को जिले में प्रस्तावित चिकित्सा महाविद्यालय को हस्तांतरित करने संबंधी कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि आईटी कॉलेज भवन में मेडिकल कॉलेज प्रारंभ किये जाने के प्रचार के कारण भी नवीन प्रवेश की स्थिति प्रभावित हो गई है। आईटी कॉलेज के अन्यंत्र स्थानांतरण की खबर से महाविद्यालय का अस्तित्व समाप्त होने का खतरा उत्पन्न हो चुका है। श्री जांगड़े ने बताया कि स्थापना काल से ही कॉलेज में स्टाफ की कमी रही है एवं कॉलेज का सुचारू संचालन अति न्यून अधिकारी-कर्मचारियों के द्वारा क्षमता से अधिक कार्यभार का दायित्व निर्वहन कर पिछड़े एवं आदिवासी अंचल के अभ्यर्थियों को उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान की गई है।