कोरबा( खटपट न्यूज़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा बेरोजगारों को रोजगार देने की महत्वपूर्ण योजना को वनमंडल कटघोरा के अधिकारियों द्वारा पलीता लगाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री द्वारा बेरोजगारों को रोजगार देेने के उद्देश्य से बेरोजगार इंजीनियरों के लिए निविदा जारी की गई जिसमें कटघोरा वनमंडल में जमकर बंदरबाट हुई है। आधे-अधूरे फार्म, निविदा खोलने के बाद जो दस्तावेज कम हंै उसको डालना, बिना हस्ताक्षर के जमा किये गए निविदाओं को निविदा खुलने के बाद हस्ताक्षर करवा कर पुन: जमा करवाने के अलावा 25 लाख तक के कार्य डिप्लोमाधारियों को प्रदान करने की बजाय डिग्रीधारियों को प्रदान करने का काम किया गया है। नियम-कायदों को दरकिनार करते हुए वनमंडल के अधिकारियों के द्वारा अपने चहेतों के दबाव में उनके कहे अनुसार कार्य किया जा रहा है। ठेकेदारो के समक्ष रात 1 बजे टेण्डर खोला गया। युवा कांग्रेस जिला महासचिव मधूसूदन दास ने इस संबंध में कलेक्टर से शिकायत करते हुए मांग की है कि त्वरित संज्ञान लेकर कटघोरा वनमंडल में हुए निविदा को तत्काल निरस्त किया जाए। नए सिरे से पुन: निविदा पूरी पारदर्शिता के साथ जारी की जाए अन्यथा युवा कांग्रेस आन्दोलन हेतु बाध्य होगी। शिकायत पत्र सौंपने के दौरान प्रमुख रूप से वरुण चंद्रा, ब्लॉक युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष आदिल खान, मोहम्मद हमजा, सूरज कुमार, राजेन्द्र यादव, राजेश मनहर, कमल किशोर चंद्रा, शुभम महन्त, घनश्याम साहू, दीपेश यादव आदि युवा कांग्रेसी इंजीनियर उपस्थित थे।
गौरतलब है कि अपनी कार्यशैली के लिए काफी सुर्खियां बटोर चुके कटघोरा वनमंडल में घोटालों और गड़बड़ियों की परतें परत-दर-परत उतर रही हैं। जंगल क्षेत्रों में गुणवत्ताहीन और अधूरे निर्माण कार्यों को कराने और चहेते ठेकेदारों को अधूरे कार्य के बाद भी पूरा भुगतान कर देने तथा मजदूरों का मेहनताना महिनों से बेवजह लटका कर रखे जाने के आरोपों से घिरे कटघोरा वनमंडल में अब टेंडर घोटाला सामने आया है। देखना है कि इस नए मामले कब तक और किस हद तक कार्यवाही होती है?