0 कोरबा जिला पुलिस की महत्वपूर्ण सफलता
कोरबा (खटपट न्यूज)। कोरबा जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से गुमशुदा हुए महिलाओं सहित बालक-बालिकाओं की तलाश कर परिजनों के सुपुर्द करने और वैधानिक कार्यवाही में जिला पुलिस ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। बच्चों और महिलाओं के विरूद्ध घटित अपराधों का भी त्वरित निराकरण एवं कार्यवाही से जिला पुलिस ने राज्य में अपनी अलग पहचान कायम की है।
महिलाएं एवं बच्चों के विरूद्ध घटित अपराधों के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि विगत दिनों थाना उरगा, कोतवाली एवं मानिकपुर चौकी क्षेत्र में बच्चों के विरूद्ध घटित अपराधों में त्वरित कार्यवाही कर 3 व 4 दिवस के भीतर ही न्यायालय में आरोप पत्र प्रस्तुत किया गया। कोतवाली टीआई दुर्गेश शर्मा के नेतृत्व में मानिकपुर चौकी प्रभारी एसआई अशोक पाण्डेय के द्वारा रिकार्ड कायम कर 4 दिन के भीतर चालान पेश किया गया। इसके पश्चात उरगा पुलिस ने एक प्रकरण में 3 दिन के भीतर चालान पेश किया। इसके अलावा गुमशुदा प्रकरणों का निराकरण पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। 1 जनवरी 2020 से आज दिनांक तक जिले भर से गुम हुए 22 बालक एवं 78 बालिकाओं सहित 100 बच्चों को तलाश कर उनके परिजनों तक पहुंचाने की उपलब्धि इस वर्ष जिला पुलिस ने अर्जित की है। 20 बच्चों को छत्तीसगढ़ राज्य से दीगर राज्य मध्यप्रदेश से 6, हरियाणा, गुजरात, जम्मू कश्मीर, पश्चिम बंगाल, राजस्थान व आंध्रप्रदेश से 2-2 एवं चंडीगढ़ व उड़ीसा से 1-1 बच्चे की बरामदगी की गई। बालकों के विरूद्ध लैंगिक अपराधों से संरक्षण अधिनियम (पाक्सो एक्ट) के 56 प्रकरण में 65 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। नोडल अधिकारी ने कहा है कि जिला पुलिस महिलाओं एवं बच्चों के विरूद्ध घटित अपराध एवं शिकायतों के त्वरित संवेदनशील निराकरण के लिए प्रतिबद्ध है। महिला परामर्श केन्द्र द्वारा लगातार इस दिशा में कार्यवाही की जा रही है।