0 25 सितंबर को राष्ट्रव्यापी प्रतिरोध दिवस, पंजाब-हरियाणा रहेंगे पूर्ण बंद
कोरबा (खटपट न्यूज)। भारत सरकार के द्वारा संख्या बल के आधार पर लोकसभा में किसानों के खिलाफ कारपोरेट घरानों के पक्ष में 3 प्रस्ताव पारित करा लिया गया है किंतु उच्च सदन राज्यसभा में संविधान का उल्लंघन करते हुए उपाध्यक्ष ने ध्वनि मत से इसे पारित कर दिया। यद्यपि विपक्षी दलों का राज्यसभा में आज भी बहुमत है और उस दिन भी बहुमत था किंतु संसदीय परंपराओं और मर्यादा को छिन्न-भिन्न करते हुए विपक्षी दलों के सदस्यों के द्वारा मत विभाजन की मांग करने के बावजूद भी इसे मंजूर नहीं किया गया और ध्वनि मत से उक्त तीनों प्रस्ताव पारित करने की घोषणा कर दी गई।
किसान विरोधी इस विधेयक के विरोध में देशभर के 300 विभिन्न किसान संगठनों एवं सभी विपक्षी राजनीतिक दलों ने प्रतिरोध दिवस मनाने का निर्णय लिया है। स्वामीनाथन आयोग के सदस्य कामरेड अतुल कुमार अंजान, महासचिव ऑल इंडिया किसान सभा ने इसकी तीव्र निंदा करते हुए देश भर के किसानों, मजदूरों एवं आमजन से अपील की है कि वे 25 सितंबर को किसानों के विरोध में सरकार द्वारा लाए गए विधेयक के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिरोध करे। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला परिषद कोरबा ने भी सरकार के किसान विरोधी व कारपोरेट परस्त नीतियों का सख्त विरोध कर निंदा की है। भाकपा जिला सचिव एमएल रजक ने कहा है कि किसानों के समर्थन में वे भी साथ है। कोरबा जिले के सभी ब्रांच के पार्टी सदस्यों व समर्थकोंं से अनुरोध किया गया है कि वे कोविड-19 के प्रावधानों को ध्यान में रखते हुए देशव्यापी प्रतिरोध दिवस को सफल बनाए।