बक्साही केंद्र में अपने उपज की सुचारू खरीदी से खुश हैं किसान गजानंद कश्यप

त्वरित एवं पारदर्शी धान खरीदी की व्यवस्था से  किसानों को मिली राहत

कोरबा। पाली विकासखण्ड के हरनमुड़ी गाँव के रहने वाले मेहनतकश किसान गजानंद कश्यप  इस साल धान विक्रय के नए अनुभव से खासे उत्साहित हैं। उन्होंने धान उपार्जन केंद्र बक्साही में अपने उपजाए हुए लगभग 15 क्विंटल धान का विक्रय किया और पूरी प्रक्रिया को “बेहद सरल और सहज” बताया। गजानंद बताते हैं कि इस वर्ष उन्हें धान बेचने के लिए न तो लाइन में लगना पड़ा और न ही किसी तरह की भागदौड़ करनी पड़ी। टोकन तुंहर हाथ मोबाइल ऐप ने उनकी बड़ी परेशानी हल कर दी। अब घर बैठे ही टोकन मिल गया और वे सीधे अपने निर्धारित समय पर केंद्र पहुँचे। वहाँ उनका धान तुरंत खरीदा गया और पूरा काम बिना किसी अड़चन के हो गया।
करीब डेढ़ से दो एकड़ जमीन में खेती करने वाले गजानंद कहते हैं कि वे एक लघु कृषक है। अपने भूमि में कड़ी मेहनत से धान की फसल  लेते है। इस वर्ष मौसम की मेहरबानी एवं समय पर मिले बीज, खाद व आधुनिक तरीकों का उपयोग से इस वर्ष भी पैदावार अच्छी हुई है। वे बताते हैं कि पिछले वर्ष भी उन्होने लगभग 15 क्विंटल धान  विक्रय किया था एवं  प्राप्त राशि का उन्होंने समझदारी से उपयोग करते हुए खेत की उपजाऊ क्षमता बढ़ाने और बेहतर किस्म के बीज खरीदने में किया। जिसका सकारात्मक असर इस वर्ष देखने को मिला।
किसान का कहना है कि समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की स्थिर और भरोसेमंद व्यवस्था ने किसानों के मन में सुरक्षा का भाव पैदा किया है। उन्हें लगता है कि अब किसान निश्चिंत होकर खेती में निवेश कर पा रहे हैं और सरकार की सुविधाएँ खेती को लाभदायक बनाने में मदद कर रही हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा लागू की गई किसान-केंद्रित नीतियों की प्रशंसा करते हुए गजानंद बताते हैं कि प्रदेश में  कृषकों के लिए जो कदम उठाए गए हैं, उनसे बड़े , मध्यम एवं लघु सीमांत सभी वर्ग के किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है और उनका मनोबल भी बढ़ रहा है। कृषक गजानंद कश्यप मुस्कुराते हुए कहते हैं इस बार धान खरीदी की व्यवस्था इतनी बेहतर रही कि हमें लगा जैसे हमारी मेहनत का सम्मान हो रहा है। सरकार की सुविधाएँ सचमुच किसानों के भविष्य को सुरक्षित बना रही हैं।

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