Friday, March 14, 2025
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आंगनबाड़ी केन्द्रों को बिना सेनेटाइज कराए कार्यकर्ताओं-सहायिकाओं से झाडू-पोछा लगवाकर खुलवा रहा विभाग, कर्मियों में संक्रमण का भय

कोरबा (खटपट न्यूज)। कोरोना संक्रमण के कारण शून्य से 6 वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती एवं शिशुवती माताओं को लाभान्वित करने वाली प्राथमिक इकाई एवं बच्चों के औपचारिक शिक्षा का केन्द्र आंगनबाड़ियों को भी बंद रखा गया है। जनता कर्फ्यू मार्च माह के बाद से बंद पड़े आंगनबाड़ी केन्द्रों को फिर से प्रारंभ करने के निर्देश शासन के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव प्रसन्ना आर. के द्वारा जारी किए गए हैं। स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस आयोजन तथा कुपोषण की रोकथाम के लिए 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को गर्म भोजन प्रदान करने हेतु कारगर कदम उठाने के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों को खोला जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ जैसी संस्थाओं का मानना है कि कोविड-19 के कारण कुपोषण में वृद्धि हो सकती है। आंगनबाड़ी केन्द्र कुपोषित बच्चों को गर्म भोजन के जरिए सुपोषित करने का माध्यम है।
4 पन्नों के जारी इस निर्देश में कुल 7 बिन्दुओं पर निर्देश जारी किए गए हैं कि किस तरह केन्द्रों का संचालन एवं केन्द्र में आने वाले हितग्राहियों के प्रति सावधानी बरती जानी है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण है कि 7 सितंबर से प्रारंभ होने जा रहे आंगनबाड़ी केन्द्रों को 3 सितंबर से 6 सितंबर के मध्य सेनेटाइजेशन किया जाएगा। इस हेतु स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग से सहयोग प्राप्त करने के निर्देश समस्त संभागीय आयुक्त, कलेक्टर एवं महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी को जारी किए गए हैं। बच्चों के अभिभावकों के साथ बैठक कर उनसे सहमति भी प्राप्त करना है तथा संक्रमण के मामले में विशेष सावधानी बरतना है। निर्देश में शुद्ध हवा के अंदर आने हेतु बाहर के दरवाजे तथा खिड़कियों को खोलने कहा गया है। केन्द्र में आने वाले हितग्राहियों को प्रवेश के पूर्व साबुन से सेनेटाइज कराने, स्क्रीनिंग करने के भी निर्देश है। निर्देशों के साथ आंगनबाड़ी प्रारंभ करने से पूर्व सभी पर्यवेक्षकों, कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को प्रशिक्षण भी दिया जाना है।
दूसरी ओर कोरबा जिले के मामले में हालत यह है कि किराए के भवन अथवा निजी भवन में संचालित हो रहे किसी भी आंगनबाड़ी केन्द्र को उक्त अवधि में सेनेटाइज नहीं कराया गया। सुपरवाइजरों के द्वारा कार्यकर्ताओं को संदेश भेजकर झाडू-पोछा लगवाने, साफ-सफाई करने/कराने की हिदायत दी गई। इसके फोटो भी उपलब्ध कराने के साथ साफ-सफाई न करने पर कार्यवाही की चेतावनी दी गई है। कार्यवाही के भय से कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने सेनेटाइज करने के निर्देश की याद दिलाए बगैर संक्रमण का भय के मध्य अपने-अपने केन्द्रों में पहुंचकर साफ-सफाई कार्य किया है, जबकि केन्द्रों को खोलने से पूर्व केन्द्रों के बाहरी परिसर जहां कि अनेक लोगों का आवागमन बना रहता है, उस बाहरी परिसर का सेनेटाइजेशन करना काफी जरूरी है।
0 खिड़की-दरवाजे खोलकर रखने कहा गया है
इस संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी एपी किस्पोट्टा का कहना है कि सेनेटाइजेशन के लिए निकायों का भी सहयोग लिया जा सकता है लेकिन अभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को साफ-सफाई करने व केन्द्रों के खिड़कियां खोलकर रखने के लिए कहा गया है। साबुन-सर्फ, सेनेटाइजर रखने व बचाव के लिए उपाय करने भी कहा गया है।

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