रायपुर। ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड का रीजनल ऑफिस पचपेड़ी नाका ,रायपुर में संचालित है, जहां के वरिष्ठ अधिकारी की पत्नी की भिलाई में मौत हो गई। बताया जाता है कि कुछ दिनों पहले आदर्श नगर दुर्ग-भिलाई निवासी अधिकारी की 56 वर्षीया पत्नी को बीमार पड़ने पर भिलाई अस्पताल में भर्ती कराया गया था, यहां तबीयत ज्यादा खराब होने के चलते महिला को भिलाई के बी एस आर हाईटेक हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो गई। भिलाई में बीते कुछ दिनों में हुई मौतों की जो सूची जारी की गई है उसमें यह बताया गया है कि मौत के बाद किये गए टेस्ट में मृतका कोरोना पॉजिटिव आयी है।
बताया यह भी जा रहा है कि महिला के इलाज के दौरान ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी के अनेक अधिकारी उनका हाल जानने अस्पताल गए और कोरोना संक्रमित के सम्पर्क में आये। अब जब कोरोना से मौत का मामला उजागर हो गया, तब भी संबंधित अधिकारी न तो कॉरेन्टीन पर गए, और न ही बीमा कार्यालय को सीआइसोलेट किया गया।
आपको बता दें कि पचपेड़ी नाका ,रायपुर में ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी के रीजनल कार्यालय के बाजू में संभागीय कार्यालय भी है, दोनों जगह कोरोना के खतरे के बावजूद अधिकारी गंभीर नहीं हैं। इससे राजधानी रायपुर में बड़े पैमाने पर फैल रहे कोरोना से भयभीत कर्मचारियों के अंदर ही अंदर आक्रोश फैल रहा है। दरअसल यही हाल सभी बीमा कंपनियों का है, जहाँ कोरोना काल मे ज्यादा से ज्यादा प्रीमियम बटोरने के फेर में अधिकारी कोरोना के प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं कर रहे हैं, प्रदेश भर में सरकारी एवं निजी बीमा कार्यालय धड़ल्ले से खुल रहे हैं, और अगर कोई कर्मचारी-अधिकारी कोरोना पॉजिटिव निकल भी जाये तो इस सूचना को दबाया जा रहा है। ताकि कोरोना का प्रभाव बीमा कार्यालयों पर न पड़े, और कंपनी की कमाई होती रहे। स्थानीय प्रशासन भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है, फिलहाल यह देखने की जरूरत है कि जब राजधानी के मंत्रालय और सचिवालय तक कोरोना से नहीं बच सके तो प्रदेश भर के बीमा कार्यालय कोरोना से अब तक कैसे महफूज़ हैं?