0 कटघोरा विधायक का निवास क्षेत्र भी सड़क के लिए तरसा तो कहां किया विकास,बताएं 40 साल के विधायक
कोरबा-कटघोरा(खटपट न्यूज़)। बड़े शर्म की बात है कि कटघोरा विधायक के निवास से 5 किलोमीटर की दूरी में स्थित ग्राम नेवसा के मोहल्लों में सड़क की सुविधा नहीं है। यहीं से भाजपा के जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद पटेल का भी निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक 7 भी है और वे अभी चुनाव लड़ रहे हैं किंतु अपने क्षेत्र में विकास नहीं करा पाए हैं। सड़क के अभाव में खासकर गर्भवती महिलाओं को प्रसव पीड़ा होने पर खाट में लिटाकर पगडंडी रास्ते को पार कर सड़क तक आना पड़ता है। यह 40 साल के वंशवाद की राजनीति का वो आईना है जो इनकी हकीकत दिखाता है कि अपने जनता के विकास,उनकी सुविधाओं के प्रति कितने जवाबदार हैं।
कटघोरा विधानसभा से चुनाव लड़ रहे जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रत्याशी सुरेन्द्र प्रसाद राठौर ने जनसम्पर्क के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 5 साल में सिर्फ वोट मांगने के वक्त ही पिता-पुत्र को जनता की याद आती है और जीतने के बाद झांकना जरूरी नहीं समझते।
यह कटघोरा विधानसभा क्षेत्र का दुर्भाग्य है कि कोयला खदान से अकूत कमाई देने वाले क्षेत्र में 40 साल से एक ही परिवार से विधायक रहने वालों ने कोई दमदारी नहीं दिखाई। पक्की सड़क, स्वास्थ, शिक्षा, बिजली, पानी के लिए आज भी जूझना यदि जनता की नियति में शामिल करा दिया जाय तो ऐसे जनप्रतिनिधि की क्या जरूरत। सुरेन्द्र राठौर ने कहा कि अब जनता के हाथ में उनके विकास की चाबी आ गई है और 17 नवम्बर को चहुमुखी विकास के लिए जोहार छतीसगढ़ पार्टी को झारो झार वोट देकर जिताएं।
सुरेंद्र राठौर द्वारा ग्राम नेवसा,हरदी बाजार, बाँकी मोंगरा, चाकाबुड़ा, देवगांव ,कुचेना, धनरास आदि क्षेत्र में जनसंपर्क कर भाजपा उम्मीदवार की कार्यशैली और निष्क्रियता पर सवाल उठाए। श्री राठौर ने कहा कि यह कांग्रेस और भाजपा के नेताओं की कमजोरी व घोर निष्क्रियता का नतीजा है कि खनिज संसाधन से भरपूर विधानसभा होने के बाद भी डीएमएफ का करोड़ों रुपया यहां के विकास में ला नहीं सके।
भूविस्थापित दर-दर की ठोकर खाने के लिए विवश हैं और उनके द्वारा चुने गए विधायक एसईसीएल के अधिकारियों को सिर्फ दिखावे की भभकी देकर अपनी सक्रियता दिखाते रहे हैं। क्षेत्र की जनता का आक्रोश कांग्रेस-भाजपा दोनों को लेकर है क्योंकि दोनों ने ही अपने शासनकाल में सिर्फ अपना और चहेतों का ही भला किया है, वोट देने वाली मजबूर और मजदूर जनता का नहीं।
इस बार क्षेत्र जनता को समाज, परिवारवाद और चुनिंदा पार्टी से ऊपर उठ कर निर्णय लेना होगा तभी क्षेत्र का सर्वांगीण विकास हो पाएगा अन्यथा पिछड़ेपन की खाई और बढ़ती जाएगी। जनसम्पर्क के दौरान सुरेन्द्र राठौर के साथ उनके समर्थक भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।