0 प्रभावितों ने मुआवजा, नौकरी, बसाहट, पुनर्वास की लंबित समस्याओं का सौंपा ज्ञापन
कोरबा (खटपट न्यूज़)। जिला कोरबा कांग्रेस इंटक, भू-विस्थापित कल्याण समिति एवं मूलनिवासी मुक्ति मोर्चा के प्रतिनिधियों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल को समस्याओं के समाधान हेतु दीपका हाउस में आमंत्रित किया। उन्होंने भू-विस्थापितों और प्रभावितों से कहा कि भिलाई स्टील प्लांट के निर्माण से ही मैं अपने पिता की प्रेरणा से भू-विस्थापित किसानों की लड़ाई लड़ते आ रहा हूं। अभी लोग लॉक-डाउन के कारण अधिक इक_े नहीं हो पा रहे हैं, किंतु जहां हमें लगेगा कि मजदूर, किसानों की आजादी और अधिकार छीने जा रहे हैं वहां पर हम दुनिया के किसी कानून को भी तोड़कर भू-विस्थापितों और किसानों की निर्णायक लड़ाई लड़ेंगे।
मूलनिवासी मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष गोपाल ऋषिकर भारती ने कहा कि दीपका गेवरा क्षेत्र के भू-विस्थापितों के लिए सबसे बड़ी लड़ाई हमने ही लड़ी जिसका परिणाम रहा कि जो स्थापित नेता बोलते थे कि शासकीय पट्टों की नौकरी, मुआवजा नहीं मिलेगा, उसको हमारे ही संगठन द्वारा नौकरी देने का काम शुरू किया गया किंतु गली-चौक में दलाली करने वालों के कारण काम रुक गया और आज फिर से हम यहां बैठक ले रहे हैं। नंदकुमार बाबूजी इसको आखरी अंजाम देंगे। कोयला खदानें और कोयले की रेक बंद करना पड़ेगा तो सब लोगों को तैयार रहना है।
अमगांव के प्रभावित ललित महिलांगे ने नंदकुमार बघेल को ज्ञापन देते हुए बताया कि अमगांव को सन 2004 और 2009 में एसईसीएल गेवरा क्षेत्र द्वारा अधिग्रहित कर मकानों की नापी व नापी पावती दिया जा चुका है लेकिन एसईसीएल प्रबंधन व अधिकारियों और पूर्व के नायब तहसीलदार की मिलीभगत से साढ़े 5 साल बीत जाने के बाद भी आश्रित परिवारों के मकानों का मुआवजा राशि का भुगतान एसईसीएल प्रबंधन ने नहीं किया है और आश्रित परिवार भरण-पोषण व आर्थिक संकट से सामना करने मजबूर हैं।
श्रमिक नेता लालसाय मिरी और पाली ब्लॉक के जनपद सदस्य अनिल टंडन ने उनकी टीम द्वारा प्रगति नगर दीपका में स्थित बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति की सुरक्षा हेतु बाउंड्रीवाल और सहयोग देने तथा हरदीबाजार क्षेत्रवासियों की समस्याओं से नंद कुमार बघेल को रूबरू कराया।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस इंटक के प्रदेश अध्यक्ष दीपक दुबे ने सभी भू विस्थापितों, किसानों, मजदूरों को आश्वस्त करते हुए कहा कि आने वाले समय में विशाल रूप से हक व अधिकार की लड़ाई को लड़ना पड़ेगा। जिले के सारे किसान, भू-विस्थापितों, मजदूरों को एकजुट करके संघर्ष करने की जरूरत है। बैठक में इंटक प्रदेश महामंत्री राजनीश सेठ, इंटक प्रदेश उपाध्यक्ष टीकेन्द्र ठाकुर, इंटक प्रदेश सचिव दिनेश यादव , इंटक महिला प्रदेश सचिव कुसुम सोनी, इंटक महिला जिलाध्यक्ष कंचन खांडेकर, भूविस्थापित संघ अध्यक्ष राधेश्याम कश्यप, मनीराम भारती, नरेश टण्डन, अजय कुमार, एस मल्होत्रा, सुमन खांडेकर, कुसुमलता सोनी, परदेशी पटेल, गुलशन जायसवाल, पोषक दास महंत, मो.अकील खान, सुरेश कुमार, बृजलाल निराला, धरमलाल टंडन, जानकी बाई, नोनी बाई आदि उपस्थित थे।