0 सहायक संचालक का वीडियो वायरल,हटाने की भी मांग
कोरबा(खटपट न्यूज़)। कोरबा जिले में पदस्थ एक अधिकारी के बोल इतने बिगड़ गए कि उसने खुद को जिले का सबसे बड़ा लीडर बताते हुए शिक्षक संघ के नेताओं को अपने सामने बच्चा कह डाला। जिला शिक्षा विभाग में पदस्थ सहायक संचालक केआर डहरिया ने प्रशासनिक पद पर बैठे होने के बाद इस तरह की हिमाकत कर डाली जिसे लेकर शिक्षक नेताओं में नाराजगी देखी जा रही है। वैसे भी श्री डहरिया इन दिनों विसंगतियों की मार झेलते हुए अपने पद स्थापना के लिए काउंसलिंग के दौर से गुजर रहे पदोन्नत प्रधान पाठकों के सीधे निशाने पर हैं। श्री डहरिया पर पिछले साल भी पदोन्नत प्रधान पाठकों की पदस्थापना में मनमानी करने और चुन-चुन कर पसंद वाले स्थानों पर पदस्थापना कराने तथा इसके एवज में लेनदेन करने का आरोप लग चुका है। उनको लेकर यह आपत्ति अभी भी थमी नहीं है बल्कि जिस तरह का रवैय्या उन्होंने रविवार को विद्युत गृह स्कूल में शिक्षक संघ के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में दिखाया, उसे लेकर नाराजगी और बढ़ गई है। श्री डहरिया को पदांकन काउंसलिंग समिति से बाहर करने की मांग दोहराई गई है। उनके साथ-साथ सहायक ग्रेड-3 श्री चौकसे को भी हटाने की मांग की गई है। कुल मिलाकर शिक्षा विभाग में श्री डहरिया और चौकसे को लेकर मामला काफी गर्म है।
बता दें कि कोरबा जिले में 1145 पदोन्नत प्रधान पाठकों की पदस्थापना का मामला विवादों में घिरने के बाद न्यायालय तक पहुंचा और वहां से स्थगन दिया गया। 6 अप्रैल 2023 को न्यायालय से स्थगन समाप्त होने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी जीपी भारद्वाज के द्वारा काउंसिलिंग और पदस्थापना की प्रक्रिया पुन: प्रारंभ कराई गई। इसके लिए बनाई गई काउंसिलिंग समिति में शामिल सहायक संचालक केआर डहरिया और सहायक ग्रेड-3 श्री चौकसे को लेकर आपत्ति शुरू से बनी हुई है। आरोप है कि इनकी मनमानी और विपरीत कार्य शैली के कारण ही पदोन्नत प्रधान पाठकों का पदांकन विवादों में आया और शिक्षा विभाग की किरकिरी हो रही है।