0 भारत सरकार में पूर्व सचिव और गेल के पूर्व प्रमुख परामर्शक बोर्ड में नियुक्त
कोरबा (खटपट न्यूज़)। विश्व स्तर पर काम करने वाली भारत की सबसे बड़ी डायवर्सिफाइड प्राकृतिक संसाधन कंपनी वेदांता ने वरिष्ठ स्तर पर दो नियुक्तियों की घोषणा की है। ये नियुक्तियां कोविड के बाद अगले चरण की वृद्धि हेतु तैयारियों का हिस्सा हैं। प्रधानमंत्री द्वारा किए गए आत्मनिर्भर भारत के आह्वान पर अपनी प्रतिबद्धता प्रकट करते हुए कंपनी ने यह कदम उठाया है।
गौरतलब है कि भारत के कुल आयात का 50 प्रतिशत से अधिक प्राकृतिक संसाधन क्षेत्र में होता है।
जितेन्द्र कुमार दादू जो दिसंबर 2017 में भारत सरकार से सचिव की रैंक पर रिटायर हुए हैं, उन्हें वरिष्ठ सलाहकार के तौर पर नियुक्त किया गया है। दादू ने सेंट स्टीफंस कॉलेज, दिल्ली से अर्थशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई की है और आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए किया है, वह 1983 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। अपने लंबे और शानदार करिअर में उन्होंने कई अहम पदों पर काम किया है जिनमें दिल्ली सिविल सप्लाईज़ कॉर्पोरेशन के चेयरमैन तथा भारत सरकार के वाणिज्य विभाग में अतिरिक्त सचिव एवं संयुक्त सचिव का दायित्व भी शामिल है। वह कॉर्पोरेट रणनीति टीम तथा हिन्दुस्तान ज़िंक की प्रबंधन समिति के साथ काम करते हुए अहम कारोबारी कदमों को आगे बढ़ाएंगे। श्री दादू वेदांता के जिस परामर्शक बोर्ड में शामिल हुए हैं उसमें पूर्व विदेश सचिव रंजन मथाई, पूर्व आर्थिक मामले सचिव आर गोपालन और पूर्व पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस सचिव सौरभ चंद्रा शामिल हैं।
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के पूर्व चेयरमैन व प्रबंध निदेशक प्रकाश कुमार सिंह वेदांता की इलेक्ट्रोस्टील स्टील्स लिमिटेड (ईएसएल) के प्रेसिडेंट-ग्रोथ प्रोजेक्ट्स के पद पर नियुक्त हुए हैं। आईआईटी रुड़की से मेटालर्जिकल इंजीनियर श्री सिंह ईएसएल प्रबंधन समिति का अभिन्न हिस्सा हैं तथा वह कंपनी की मार्केटिंग, नीति और वृद्धि में अहम भूमिका निभाएंगे। वेदांता के सीईओ सुनील दुग्गल ने कहा है कि इनके व्यापक अनुभव और ज्ञान का लाभ कंपनी को मिलेगा।