0वार्ड कार्यालय में आवेदन के बाद दर्री के पटेल नगर का जीव्ही प्वाइंट हुआ खत्म
कोरबा (खटपट न्यूज़)। नगर निगम कोरबा के वार्ड नंबर 21 पटेल नगर दर्री में एनटीपीसी गेट के पास बेहतरीन फेंसिंग के साथ रंग-बिरंगे पेबर ब्लाक युक्त साफ-स्वच्छ स्थान पर लगा बैनर अनायास ही लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। बैनर से आकर्षण का कारण उस पर लिखी पंक्ति ‘मै अब बदल गया हूं अब मुझसे कचरा दूर रखो‘ है। दरअसल इस वार्ड में पहले इसी जगह पर लोग अपने घरों का कचरा फेंकते थे। सड़क के किनारे लगे कचरे के ढेर से आने-जाने वाले लोगों को बदबू, गंदगी से परेशानी होती थी। साथ ही कचरे से फैलने वाली बिमारियों और अन्य मक्खी, मच्छर जैसे कीटों के पनपने से भी लोग परेशान थें। इस वार्ड में लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए जैसे ही मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय शुरू हुआ, यहां के निवासी हेमंत देवांगन ने इस जीव्ही प्वाइंट को हटाने का आवेदन कार्यालय में दिया। कार्यालय में आवेदन मिलते ही नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारियों ने इस जगह का निरीक्षण किया और लोगों को परेशानी से निजात दिलाने के लिए कचरे की सफाई कर उस जगह पर रंग-बिरंगे पेबर ब्लाक लगाकर फूलदार सुंदर पौधों के गमले रख दिये गये। कचरा फेंकने के इस स्थान को वारवेट वायर से फेंसिंग करके उस पर स्वच्छता का संदेश देने वाला आकर्षक बेनर भी लगा दिया गयां। अब यहां लोग कचरा नहीं फेकते। वार्ड कार्यालयों से ऐसी कई छोटी-छोटी समस्याएं स्थानीय स्तर पर एक ही दिन में अब निराकृत हो रही है। हेमंत देवांगन जैसे लोग समस्याओं के निराकरण पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की वार्ड कार्यालय खोलने की संकल्पना की भी जमकर तारीफ कर रहे हैं। वार्ड कार्यालय आम नागरिकों की समस्याओं के निराकरण में सहज पहुंच की सोंच को साकार करने में सफल हो रहे हैं। वार्ड कार्यालयों से स्थानीय नागरिकों को घर पहुंच बुनियादी सुविधाएं मिलने और उनकी समस्याओं का निराकरण घर के पास ही वार्ड स्तर पर हो जाने से स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार के प्रति लोगों का विश्वास भी बढ़ा है।
खरमोरा वार्ड नंबर 31 के निवासी श्री अरूण यादव ने बताया कि उनके मोहल्ले में पानी निकासी के लिए नाली तो बनी थी परंतु उसके लगातार जाम रहने से सड़क पर पानी बहता था। जाम नाली के पानी में बदबू, मच्छर आदि से भी लोग परेशान थे। श्री यादव ने बताया मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय में इस समस्या के निराकरण के लिए आवेदन दिया था। एक ही दिन में नाली की सफाई होकर अब पानी जाम की समस्या खतम हो गई है। पथर्रीपारा वार्ड निवासी यादव प्रसाद श्रीवास ने खुशी-खुशी बताया कि वार्ड में बिजली के खंभे लगे थे परंतु बिजली नहीं थी। अंधेरे में आने-जाने और असमाजिक तत्वों द्वारा धटना-दुर्घटना का भय रहता था। स्ट्रीट लाईट के लिए मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय में आवेदन दिया। सूचना मिलते ही नगर निगम के कर्मचारी मोहल्ले में आये और सभी खंभों में स्ट्रीट लाईट लगा दीं। अब पूरा मोहल्ला बिजली से जगमगा रहा है। बिना किसी डर के बच्चे, बुढ़े, महिलाएं, युवतियां सभी सड़कों पर आना-जाना कर रहे हैं।
0 ढाई हजार से अधिक समस्याओं का हुआ निराकरण-
नगर निगम कोरबा के 14 वार्डों में मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय संचालित हैं। अभी तक इन वार्ड कार्यालयों के माध्यम से दो हजार 520 समस्याओं का निराकरण किया जा चुका है। लगभग एक सौ आवेदन पेंडिंग हैं। कोरबा नगर निगम आठ जोन और 67 वार्डों में बंटा है। कई वार्डों की दूरी निगम मुख्यालय से पांच से 25 किलोमीटर तक की है। इन दूरस्थ वार्डों के नागरिकों को अपनी छोटी-छोटी समस्याओं और कामों के लिए लंबी दूरी तय करके निगम कार्यालय तक आना पड़ता था। वार्ड में ही मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय शुरू हो जाने से अब साफ-सफाई, सड़क-नाली संधारण, नल कनेक्शन, पानी की समस्या, स्ट्रीट लाईट से लेकर संपत्ति कर जमा करने, राजस्व संबंधी समस्याओं, जन्म-मृत्यु पंजीयन, राशन कार्ड बनाने और कई प्रकार की अनुमतियां और लाइसेंस जारी करने का काम इन वार्ड कार्यालयों से ही हो रहा है। लोगों की स्वास्थ्य जांच करने के लिए शुरू हुई मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के स्वास्थ्य शिविर भी इन वार्ड कार्यालयों में ही आयोजित हो रहे हैं। वर्तमान में कोरोना वायरस संक्रमण के नियंत्रण और बचाव संबंधी अधिकांश गतिविधियां भी इन्हीं वार्ड कार्यालयों के माध्यम से की जा रही हैं।