भिवानी/ हरियाणा के भिवानी में खनन के दौरान पहाड़ दरकने से 10 से ज्यादा लोगों के दबने की खबर है। तीन लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। कई मशीनें भी पहाड़ के नीचे दबी हैं। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने मीडिया के घटनास्थल पर जाने पर पाबंदी लगा दी है। मरने वाले छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मजदूर हैं। पत्थरों के नीचे कुल कितने लोग दबे हैं अभी इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। बचाव का काम चल रहा है।

भिवानी में पहाड़ टूटने से पोकलेन और अर्थमूविंग मशीनें भी दब गईं। शुक्रवार को ही शुरू हुआ था खनन भिवानी के तोशाम क्षेत्र में खानक और डाडम में बड़े स्तर पर पहाड़ खनन कार्य होता है। प्रदूषण के कारण 2 महीने पहले खनन कार्य पर रोक लग गई थी। हृत्रञ्ज ने गुरुवार को खनन कार्य दोबारा शुरू करने की अनुमति दी। इसके बाद शुक्रवार से खनन कार्य शुरू हुआ था। दो महीने तक खनन बंद रहने के कारण इलाके में भवन निर्माण सामग्री की कमी हो गई थी। ऐसा अनुमान है कि इस किल्लत को दूर करने के लिए यहां कोई बड़ा ब्लास्ट किया गया होगा।

भिवानी में पहाड़ दरकने के बाद राहत कार्य में लगे कर्मचारी। कृषि मंत्री दलाल और स्क्क मौके पर पहुंचे तहसीलदार रविंद्र कुमार ने बताया कि पत्थरों के नीचे से तीन शव निकाले जा चुके हैं। मृतक छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मजूदर हैं। भिवानी सिविल सर्जन रघुबीर शांडिल्य ने बताया कि हादसे में काफी संख्या में कैजुअल्टी होने की आशंका है। वहीं कृषि मंत्री जेपी दलाल और भिवानी के स्क्क अजीत सिंह शेखावत अमले के साथ मौके पर पहुंचे हैं। फोरेस्ट एरिया की ओर दरका पहाड़ खानक-डाडम क्रशर एसोसिएशन चेयरमैन मास्टर सतबीर रतेरा ने बताया कि जिस समय घटना हुई, वहां कोई खनन कार्य नहीं हो रहा था। खनन क्षेत्र दोनों ओर से फोरेस्ट एरिया से घिरा है। फोरेस्ट एरिया क्षेत्र से हजारों टन का पहाड़ दरकर खनन क्षेत्र की तरफ आया। इसमें अभी तक पांच वाहनों के दबने की पुष्टि हो पाई है, इनकी संख्या ज्यादा भी हो सकती है।















