यहाँ हुई 44 हाथियों की धमक, ग्रामीणों को सरकारी भवन में शरण लेने की हिदायत

कोरबा(खटपट न्यूज़)। जिले के कटघोरा वन मंडल के केंदई रेंज के कोरबी सर्किल में हाथी फिर से प्रवेश कर चुके हैं। शनिवार 4 जुलाई एवं रविवार 5 जुलाई को कक्ष क्रमांक पी- 345 कंपार्टमेंट के जंगल में डेरा जमाए हुए 25 व 19 हाथियों का अलग-अलग दल विचरण कर रहा है।, कुल 44 हाथी 3 दिन से चोटिया वन कोल माइंस के डंप के आसपास अपना डेरा जमाये हुए हैं। सोमवार 6 जुलाई को हाथियों ने नेशनल हाइवे क्रॉस कर इस पार के जंगल से उस पार के जंगल मे प्रवेश किया। इस दौरान राहगीरों की सांसें हाथियों को देख अटकी रहीं। इसके बाद रात में हाथी प्रभावित क्षेत्र ग्राम लालपुर, रोदे, पोड़ीखुर्द,फुलसर,घुंचापुर,बनखेता,परला,कोईलारगडरा सहित आदि क्षेत्रों में हाथी मित्र दल के साथ कोरबी सर्किल के परिक्षेत्र सहायक महेंद्र कुमार साहू ने गश्त करते हुए ग्रामीणों को हाथियों से सतर्क रहने की समझाइश दी। केंदई रेंजर अश्वनी कुमार चौबे के मार्गदर्शन
में हाथी मित्र दल प्रभारी अजय कुमार साय, दल सहायक रवि कुमार कंवर व अन्य कर्मचारियों ने गजराज वाहन के माध्यम से लगभग 1 दर्जन से अधिक गांव में रात्रि भ्रमण कर लोगों को हाथी के अचानक आ जाने पर गांव के सरकारी भवन में चले जाने की सलाह दी।
इधर दूसरी ओर हाथियों के ख़ौफ़ के बीच किसान अपने जान को जोखिम में डालकर खेतों में धान की रोपाई करना प्रारंभ कर दिए हैं। हालांकि हाथियों का सबसे ज्यादा नुकसान ग्रामीण क्षेत्रों के घनघोर जंगलों के बीच बसे कृषकों को ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसानों को पिछले वर्ष का ही अभी तक फसल नुकसानी की क्षतिपूर्ति राशि नहीं मिली है। उसके बाद हाथियों का फिर आना किसानों के लिए चिंता का सबब बन गया है।

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