0 निगरानी समिति से जांच कराने की मांग को लेकर ऊर्जाधानी सन्गठन ने महाप्रबंधक को लिखा पत्र

कोरबा (खटपट न्यूज़)। ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति ने एसईसीएल गेवरा क्षेत्र में निर्माणाधीन पुल पुलिया निर्माण में एनआईटी के शर्तों का पालन नही होने का आरोप लगाते हुए शिकायत किया है और पूरे निर्माण कार्य की जांच के लिए निगरानी समिति का गठन करने की मांग की गई है ।।
ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष सपूरन कुलदीप ने प्रेस को जारी अपने बयान में बताया है कि सन्गठन की ओर से लंबे समय से गेवरा कुसमुंडा बायपास मार्ग (शक्तिनगर कुचेना सड़क ) का चौड़ीकरण ,डामरीकरण करने की मांग किया जा रहा था और अब इस मार्ग की चौड़ीकरण और पुल पुलिया बनाने के लिए टेंडर जारी हो चुका है। पुलिया निर्माण हेतु अलग से लगभग 77 लाख रुपये का कार्य आबंटित किया गया है किंतु ठेकेदारों की आपसी कम्पटीशन में निविदा दर से 40 प्रतिशत कम रेट में काम लिया गया है । जारी टेंडर में दिए गये शर्तो का पालन करने के बजाय भारी धांधली किया जा रहा है जिसके कारण गुणवत्ता विहीन पुल पुलिया और सड़क का निर्माण होगा और कुछ दिनों में आमलोंगो को परेशानी के साथ ही सरकारी धन का दुरुपयोग होगा जिसके सन्दर्भ में शिकायत करते हुए निरीक्षण कराने की मांग की गई है । उन्होंने बताया है कि इस मार्ग के लिए चौड़ीकरण हेतु 9 करोड़ रुपये का टेंडर किया गया है गुणवत्ता युक्त निर्माण के लिए आमजन को सामने आने की जरूरत है ताकि उनके लिए बनायी जा रही सड़के अच्छी बन सके ।

- पुलिया निर्माण में भारी भ्र्ष्टाचार किया जा रहा है जैसे :-
▪️बॉक्स कलवर्ट के बजाय दोन्द (कांक्रीट RCC पाइप ) का उपयोग किया गया है ।
▪️कच्चा ड्रेन के बजाय प्लास्टिक पाइप का उपयोग किया जा रहा है ।
▪️पुल के किनारे नया साइड वाल बनाने के बजाय पुराने वाल को ही मरम्मत कर दिया गया है ।
▪️पुल की दीवाल निर्माण के लिए प्रयोग में लायी जा रही सरिया 8 एम एम का उपयोग में लिया गया है ।
▪️सीमेंट कांक्रीट के अनुपात में धांधली किया जा रहा है ।
उपरोक्त शिकायतों को आपके संज्ञान में लाते हुये मांग की जाती है कि :-
- इस निर्माण कार्य मे हो रहे धांधली को रोक पाने में अक्षम चीफ इंजीनियर पर उचित कार्यवाही किया जाये ।
- ऐसे सार्वजनिक हित के समस्त कार्यों में धांधली को रोकने के लिए निर्माण स्थल में निर्माण सबंधी जानकारी सूचना पटल पर प्रदर्शित किया जाये तथा लाइव वीडियो रिकॉर्डिंग करवायी जाये ।
- निगरानी समिति का गठन कर स्थल का निरीक्षण किया जाये निरीक्षण दल में हमारी सन्गठन को भी शामिल किया जाये ।















