निगम और पालिका ने हाथ खींचे तो जनपद को मिली जिम्मेदारी, ग्राम पंचायत को दिया निर्माण का जिम्मा


कोरबा (खटपट न्यूज)। क्षेत्र में विकास और आवश्यक कार्य के लिए नगर पालिक निगम एवं नगर पालिका परिषद द्वारा उदासीनता दिखाते हुए हाथ खींच लिया गया/अनदेखी की गई तब जनपद और ग्राम पंचायत की दखल हुई। निकाय क्षेत्र में अब ग्राम पंचायत के द्वारा बतौर निर्माण एजेंसी लंबित कार्यों को पूरा किया जा रहा है। निकायों के प्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों के लिए यह मंथन का विषय भी है कि उनके कार्यों में पंचायत का हस्तक्षेप हुआ है तो इस खामी को दूर किया जाए ताकि स्वायत्तशासी संस्थाओं पर विकास कार्यों के मामले में जनता का भरोसा बना रहे।

खटपट न्यूज ने कटघोरा पालिका में पंचायत की दखल, बनाया गया निर्माण एजेंसी! शीर्षक से समाचार का प्रसारण किया जिसमें नगर निगम और नगर पालिका परिषद कटघोरा के क्षेत्र में ग्राम पंचायत को निर्माण एजेंसी बनाकर काम सौंपने का मामला उजागर किया गया। जनपद पंचायत के सीईओ के द्वारा यह आदेश जारी कर ग्राम पंचायत को स्वीकृति प्रदान की गई लेकिन सीईओ के द्वारा किसी तरह की जानकारी प्रदान नहीं कर संवादहीनता कायम रखी गई। हमने अपने स्तर पर जब इस वजह को तलाशा तो नगर निगम और पालिका परिषद की उदासीनता सामने आई।

दरअसल क्षेत्रीय विधायक ने अपने विधानसभा क्षेत्र में नगर निगम के दायरे में आने वाले वार्ड-63 पुरैना के प्राथमिक शाला भवन में अहाता निर्माण 10 लाख रुपए, हाईस्कूल मड़वाढोढ़ा में अहाता निर्माण 10 लाख रुपए, नगर पालिका कटघोरा के अंतर्गत पीडीएस गोदाम निर्माण, चिर्रा एवं वार्ड-7 में शेड निर्माण व अन्य कार्य की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव दिया था। वर्ष 2021 में दिए गए प्रस्ताव पर नगर निगम व पालिका परिषद द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया और न ही आवश्यक प्रक्रिया की गई। उक्त कार्यों के लिए जनपद कटघोरा के सीईओ द्वारा जिला खनिज न्यास से प्रशासकीय स्वीकृति के लिए प्रस्ताव दिया गया। 15 सितंबर 2021 में शासी परिषद की बैठक में स्वीकृति प्रदान कर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कटघोरा को क्रियान्वयन एजेंसी नियुक्त किया गया। इस आधार पर जनपद सीईओ के द्वारा ग्राम पंचायत देवरी, सलोरा (क ) को निर्माण एजेंसी नियुक्त किया गया। ग्राम पंचायत देवरी की सचिव रजनी सूर्यवंशी द्वारा बताया गया कि पुरैना में अहाता निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा। वैसे बता दें कि नगरीय निकाय क्षेत्रांतर्गत ग्राम पंचायत के दखल की चर्चा नगर पालिका के गलियारे में गर्म है लेकिन इस दखल के लिए अधिकारियों की उदासीनता जिम्मेदार है। अपने वार्ड में विकास कार्य कराने के लिए पार्षद ने ग्राम पंचायत के लिए एनओसी तक दे दी।

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