
कोरबा(खटपट न्यूज)। कोरबा जिले के कटघोरा जनपद पंचायत में एक बार फिर हर नारायण खोटेल की पदस्थापना सीईओ के तौर पर कर दी गई है। आदेश जारी होने के बाद सचिव विरोध में झंडा उठा लेते हैं। कटघोरा में सचिव बेमुद्दत हड़ताल पर बैठ गए हैं जिन पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की मांग की गई है।

इधर दूसरी और श्री खोटेल ने अपना कामकाज संभाल लिया है। सूत्र बताते हैं कि उन्हें हाई कोर्ट से आदेश मिला है और इसके आधार पर वे यहां पदस्थ हुए हैं अब इस पूरे मामले में ट्विस्ट है कि सरपंच संघ जनपद पंचायत कटघोरा, सीईओ के समर्थन में खड़ा हो गया है। इन्होंने सचिवों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि श्री खोटेल कामकाज में कसावट लाने लगे थे इसलिए उन्हें हटाने की जद्दोजहद शुरू की गई। अनेक सरपंचों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर को हालातों से अवगत कराया और श्री खोटेल को कटघोरा जनपद में ही यथावत पदस्थ रहने देने की मांग रखी। सरपंच संघ ने हड़ताल पर जाने वाले सचिवों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की भी मांग की है।

अब विरोध और समर्थन के पर्दे के पीछे की कहानी क्या है यह तो सचिव-सरपंच ही जानें लेकिन इस तरह की अव्यवस्था को उचित नहीं ठहराया जा रहा है। अधिकारियों की मानें तो यह प्रशासनिक निर्णय है तब सचिवों को बार-बार विरोध का झंडा नहीं उठाना चाहिए। कहीं ना कहीं लंबे समय से चला आ रहा गतिरोध खत्म होना चाहिए अन्यथा एकमात्र मुद्दे को लेकर जनपद पंचायत के कामकाज प्रभावित हो रहे हैं। आपस में मनभेद और मतभेद भी बढ़ने लगा है। गुटीय ताकत का आभास कराने में समर्थक और विरोधी पक्ष के लोग कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
















