कोरबा जिले में अघोषित क्राइम ब्रांच, फिर भी अवैध गतिविधियों पर नहीं लगाम, चोर-उचक्के भारी पड़ रहे….

कोरबा(खटपट न्यूज़)। कोरबा जिले में पुलिस बल तो अपना काम कर ही रहा है किंतु इसके अलावा एक और टीम अपराधियों की धरपकड़ के लिए अघोषित रूप से काम कर रही है। अघोषित क्राइम ब्रांच को सब तरह की जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं लेकिन इन सबके बावजूद अवैध कारोबार पर अपेक्षित रोक नहीं लग पा रही है। तमाम चेतावनी, कार्यवाही और निर्देशों के बाद भी आखिरकार जिले के विभिन्न क्षेत्रों में डीजल और पेट्रोल के चोर बेखौफ होकर अपना काम कर रहे हैं। एसईसीएल की खदान इनके टारगेट में शुरू से रही है। कुछ मामलों में कार्यवाही हो रही है तो बहुत मामले सांठगांठ से छूट रहे हैं।

प्रतीकात्मक चित्र

इसमें कोई संदेह नहीं कि खदानों में लगी मशीनों और भारी वाहनों से इतर नेशनल हाईवे से गुजरने के दौरान कुछ घण्टों के लिए ठहरने वाले भारी वाहनों की टंकियां भी चोर खाली न करते हों, बल्कि यह हो भी रहा है। यह काम बदस्तूर चल रहा है जिन्हें स्थानीय पुलिस के साथ-साथ कुछ स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी समर्थन मिला हुआ है। दूरस्थ इलाके में इनकी तगड़ी सांठगांठ जहां चोरों के साथ-साथ अवैध शराब विक्रेताओं माथे पर बल नहीं आने देते वहीं कुछ मामले ही पकड़े जा रहे हैं। डीजल चोरियों से लेकर गांजा/अफीम की तस्करी के मामले में पुलिस का मुखबिर तंत्र भी अपेक्षाकृत कमजोर साबित हो रहा है। डीजल-पेट्रोल चोरी की बानगी दर्री क्षेत्र में देखने को मिली जहां इंडियन आयल कारपोरेशन के डिपो से निकलने वाले टैंकरों को चंद्र मीटर दूर ले जाकर इनमें से डीजल-पेट्रोल की चोरी कर बेचने के काम का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। बात उजागर हुई है तो कार्यवाही होना तय है लेकिन क्या इस कार्रवाई के बाद इसकी चोरी रुक जाएगी। इससे पहले भी इस तरह का मामला उजागर हुआ तब थाना प्रभारी बदलकर इतिश्री कर ली गई। कुछ दिन शांत रहने के बाद सिलसिला फिर चल निकला जो अब तक जारी है।
नए कप्तान ने अपराधों की रोकथाम के लिए बाहरी और आंतरिक व्यवस्था सुनिश्चित की है, थाना व चौकी प्रभारियों को जहां एक्टिव रहकर कार्य करने की हिदायत दी जाती है वहीं जनता से भी बहुत अपेक्षाएं पुलिस प्रशासन को है। पुलिस संगी-संगिनी अभियान इसका एक हिस्सा है। अब पड़ोसी अभियान भी शुरू हो गया है पर अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहे।
0 अघोषित क्राइम ब्रांच में दागी भी
कोरबा जिले में अघोषित क्राइम ब्रांच चल रहा है क्योंकि पूरे प्रदेश में क्राइम ब्रांच के गठन पर रोक लगी हुई है। करतला थाना में गिरफ्तार फरार वारंटी हंसा राम राठिया निवासी लेमरू की तबीयत बिगड़ने और फिर मौत होने के मामले ने अघोषित क्राइम ब्रांच व अधिकारियों की चूलें हिला दी तब आनन-फानन में कुछ कार्रवाई करनी पड़ी। इसके बाद थाना-चौकी से दागियों को हटाया गया। पुलिस विभाग के सूत्र बताते हैं कि अघोषित क्राइम ब्रांच अभी भी काम कर रहा है और इनमें वे लोग भी शामिल किए गए हैं जिन्हें दागी बता कर थाना-चौकियों से हटाकर पुलिस लाइन भेजा गया था। अपराधों की रोकथाम व अपराधियों पर नकेल कसने की पुलिस की अपनी व्यवस्था उनके कामकाज का हिस्सा है जिस पर कोई बंदिश नहीं लेकिन ऐसे कौन से कारण हैं कि अघोषित क्राइम ब्रांच भी डीजल चोरों पर अंकुश नहीं लगा पा रहे, गांजा और अफीम माफिया, नशीले इंजेक्शन/टेबलेट्स के विक्रेताओं, अवैध हथियारों से जुड़े लोगों की तह तक नहीं जा रहा है जबकि इन मामलों में कोरबा अछूता नहीं रहा व इनके आरोपी छूटकर फिर अंजाम दे रहे हैं। अघोषित क्राइम ब्रांच का कार्यक्षेत्र पूरा जिला है जिनका सभी तरह के कार्यों में हस्तक्षेप है ।अपराधों पर नियंत्रण और अपराधियों की धरपकड़ दोनों जरूरी है किंतु लीक से हटकर की जा रही संदिग्ध कार्यशैली भी चर्चा की सुर्खियां बनी हुई हैं। न सिर्फ डीजल- पेट्रोल की चोरी बल्कि दूसरे भी अवैध कार्य जिले में बदस्तूर चल रहे हैं। यह और बात है कि इनका पैमाना अभी छलका नहीं है। ज़िले में पुरानी चोरियों से लेकर कई संगीन अपराधों की गुत्थियां अभी भी सुलझना बाकी है, लेकिन बीती ताहि बिसार दे-आगे की सुधि ले की तर्ज पर वर्तमान अमला काम कर रहा है।
00 सत्या पाल 00 (7999281136)

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