कोरबा(खटपट न्यूज़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वपूर्ण योजनाओं में शामिल नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना के तहत गौठानों में सुविधाओं को बेहतर करने के लिए लगातार जोर दिया जा रहा है। शासन से लेकर प्रशासन स्तर तक इसके लिए अनेक तरह की कवायद की जा रही है और लापरवाही पर कार्यवाही भी हो रही है। इस बीच एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें गौठान संचालन पर सवाल उठे हैं।

अनेक गौठानों में अव्यवस्था का आलम है, हालात ऐसे हैं की गौठान समिति प्रबंधन गायों को पहले तो गौठानों में रखते नहीं और यदि रखते है तो उन्हें प्रताड़ित करने। ताज़ा मामला विकासखंड करतला स्थित ग्राम पंचायत कथरीमाल का है जहां 5 दिन तक लगातार एक नंदी बैल के चारों पैरों को बांधकर रखा गया। उसे 5 दिनों तक पानी और चारा नहीं दिया गया जिससे नंदी बैल की तबीयत खराब हो गयी। ग्रामीणों ने बताया कि बैल के चारों पैर में कीड़े लग गए जिससे वो चलने में असमर्थ है। इस तरह समिति प्रबंधन ने लापरवाही पूर्वक एक बैल को कैद किया जिससे उसकी जान भी जा सकती थी। बताया जा रहा है कि कुछ ग्रामीण फसल नुकसान करने के कारण बैल को गौठान में बांधकर चले गए थे किन्तु नियमित रूप से देखभाल करना लोग भूल गए जिसके कारण बैल को 5 दिन भूखा-प्यासा रहना पड़ा। चारो पैर बंधे होने के कारण और इलाज नही मिलने के कारण बैल के चारों पैर में कीड़े लग गए है। कुछ स्थानीय ग्रामीणों ने बैल को देखकर उसे छुड़ाया जिसे चिकित्सा सुविधा भी प्रदान करने की बात कही है रही है। परंतु प्रबंधन की इस तरह की लापरवाही ने गौठान में अव्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है।














