कोरबा-जांजगीर-चाम्पा । 14 सितंबर 1997 को दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर के चाम्पा-गेवरा रोड रेलखण्ड पर चाम्पा में अहमदाबाद एक्सप्रेस- हावड़ा डाउन 8033 दुर्घटनाग्रस्त होकर हसदेव नदी में गिर गई थी।
आज से 23 वर्ष पहले हुए इस जबरदस्त रेल दुर्घटना में ट्रेन की पांच बोगियां पुल से नीचे गिरी थी। रेलवे के अधिकृत ऑकड़ों के अनुसार इस हादसे में 81 यात्रियों की मौत हुई और 100 से अधिक लोग घायल हुए थे। हादसे के बारे में उस वक्त जिसने भी सुना, अपने-अपने साधन से घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ा था। हताहतों के लिए मदद को सैकड़ों हाथ स्वमेव उठ गए थे। आज भी चांपा व कोरबा क्षेत्रवासी इस भीषण हादसे के चीख-पुकार को याद कर सिहर उठते हैं। हादसे के प्रत्यक्षदर्शी दुर्गेश शर्मा, शैलेष पांडेय बताते हैं कि हसदेव नदी के ऊपर पुल पर दो बोगी लटक रही थी और शेष बोगियां नीचे नदी व चट्टान पर गिरी पड़ी थीं। सवार लोगों की चीख-पुकार से इलाका गूंज रहा था। वरिष्ठ नागरिक रामकिशन अग्रवाल बताते हैं कि कोरबा-चाम्पा के इतिहास में यह सबसे बड़ा रेल हादसा था जिसकी याद करके आज भी दिल सिहर उठता है।