0 जायसवाल दम्पत्ति ने कहा -राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु के लिए अनुमति मांगेंगे
कोरबा-दीपका(खटपट न्यूज़)। एसईसीएल की दीपका विस्तार परियोजना के लिए अधिग्रहित ग्राम मलगांव के भूविस्थापितो ने बिना सहमति मन्दिर को तोड़ने के लिए दबाब बनाने और अपनी बसाहट, रोजगार और मुआवजा का समाधान करने की मांग के साथ मन्दिर में आज से भजन-कीर्तन शुरू कर दिया है ।
ग्राम मलगांव के जायसवाल परिवार के पुस्तैनी और 100 साल पुराने तालाब को रात के अंधेरे में तोड़ने के बाद अब वहां पर स्थित 50 साल पुराने मन्दिर को भी ढहाने के खिलाफ हो गए हैं वहीं जायसवाल दम्पति खुशाल जायसवाल और उसकी पत्नी प्रीति जायसवाल ने मन्दिर तोड़ने के लिए जबरदस्ती करने पर आत्मदाह कर लेने की बात कही है । उन्होंने कहा है कि इसके लिए राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग करने कलेक्टर को पत्र सौपेंगे । भुविस्थापित ग्रामीणों ने कहा है कि एसईसीएल के तानाशाही को बरदाश्त नही किया जाएगा । जब तक रोजगार ,बसाहट उपलब्ध नही कराया जाता है और मंदिर के प्रतिमाओं को विधिवत वहां पर प्राणप्रतिष्ठा नही कराई जाती है, इस मंदिर को हाथ नही लगाने देंगे ।
0 ऊर्जाधानी सन्गठन के पदाधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचकर दिया समर्थन
ऊर्जाधानी भुविस्थापित सन्गठन के प्रमुख पदाधिकारियों ने चारो ओर खदान विस्तार से घिरे पुरातन मन्दिर जाकर अपना समर्थन दिया है और प्रशासन से मांग किया है कि संवेदनशील और आस्था से जुड़े मसले पर जबरदस्ती करना उचित नही है। इस विषय पर प्रभावितो के साथ हेडक्वाटर स्तर पर बातचीत कर और भूविस्थापितो की मांगो का समाधान करना होगा। संगठन की ओर से इस सबन्ध में उच्चाधिकारियों को ज्ञापन दिया जाएगा उचित और सकारात्मक कार्यवाही नही होने पर खदान को बंद किया जाएगा।